कानपुर की बिल्हौर पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर चरस तस्करी करने वाले दो लोगों को अरेस्ट किया है। इनके पास से 8.50 किलो चरस बरामद हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब 50 लाख रुपए है। एक बार फिर तस्कर पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। शातिर ऑनलाइन अकाउंट में रकम मिलने के बाद चरस डिलीवरी करते हैं। पुलिस ने करियर और खरीददार को अरेस्ट किया है।
बिहार से यूपी में चरस की बड़े पैमाने पर तस्करी
एसीपी बिल्हौर आलोक सिंह ने बताया कि एसटीएफ के इनपुट पर उनकी टीम के साथ बिल्हौर पुलिस ने भी छापेमारी करके इलाके से दो लोगों को अरेस्ट कर लिया। तलाशी में दोनों के पास से 8.50 किलो चरस बरामद हुई। आधा-आधा किलो के पैकेट बनाकर चरस लाई जा रही थी। दोनों की पहचान बिहार के ग्राम तेलुहा, थाना नौतनखास, जनपद बेतिया निवासी दिलीप कुमार और सरदार पटेल नगर बिल्हौर निवासी राजा मसूदी के रूप में हुई है।
हिरासत में पूछताछ के दौरान दिलीप ने बताया कि वह बेतिया बिहार निवासी गुड्डू खान से चरस लेकर बिल्हौर में राजा मसूदी को देने के लिए आया था। इससे पूर्व भी कई बार गुड्डू खान से चरस लाकर राजा मसूदी को सप्लाई कर चुका हूं। गुड्डू खान प्रति चक्कर 10 हजार रुपए देता है।
वहीं, गिरफ्तार दूसरे अभियुक्त राजा मसूदी ने बताया कि गुड्डू खान अपने आदमियों से चरस मेरे व मेरे पिता के पास भेजता है, पैसा हम लोग एडवांस में उसके बताये गये एकाउंट नंबर में भेजते हैं। गुड्डू ने ही दिलीप से 500-500 ग्राम के 20 पैकेट कुल 10 किग्रा चरस भिजवायी गयी थी। इसमें से 03 पैकेट (1.5 किग्रा) लेकर मेरे पिता रईस मसूदी किसी को देने गये थे। इस दोरान पुलिस ने अरेस्ट कर लिया।
हर बार की तरह फिर तस्कर पकड़ से दूर
यह कोई पहला मौका नहीं है जब पुलिस तस्कर तक नहीं पहुंच सकी। एसटीएफ और बिल्हौर पुलिस के हाथ से एक बार फिर तस्कर बेतिया बिहार निवासी गुड्डू खान का नेटवर्क सामने आया है। गुड्डू ही यूपी समेत आसपास के राज्यों में चरस की तस्करी करता है। इसके साथ ही नए लड़कों को मोटी कमाई का झांसा देकर उन्हें करियर की तरह इस्तेमाल करता है। ऑनलाइन पेमेंट लेने के बाद मादक पदार्थ की सप्लाई करता है। इसके चलते पुलिस शातिर तस्कर तक नहीं पहुंच पा रही है।
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