कानपुर टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय स्पिनर अक्षर पटेल ने करियर का बेस्ट प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम को मैच को मजबूत स्थिति पर लाकर खड़ा कर दिया है। अक्षर के करियर का बेस्ट प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट लेकर न्यूजीलैंड की पारी को 296 रन पर ही रोक दी है। लंच के बाद उन्होंने एक के बाद कीवी बल्लेबाजों को अपनी फिरकी के जादू में फंसा कर पवेलियन भेजकर भारतीय टीम को पहली पारी में 49 रन की बढ़त दिलाई. शनिवार को उनके पिता का जन्मदिन भी था। अक्षर ने अपने शानदार प्रदर्शन को पिता को डेडिकेट किया। साथ ही ट्विटर पर तस्वीर शेयर करते हुए यह फाइव विकेट वाल उन्होंने अपने पिता के नाम डेडिकेट किया है। अक्षर की फिरकी की बदौलत ही भारत ने न्यूजीलैंड की पहली पारी 296 रन पर ही समेट गयी। मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कानपुर में हो रही गेंदबाजी के बारे में साझा की।
बल्लेबाजों का धीरज ही दिलाएगा जीत...
मैच के बाद अक्षर ने प्रेसकाफ्रेंस में पिच के बारे में बताते हुए कहा, आज मैदान में बल्लेबाजों ने भी पिच कंडीशन देखी है इस समय पिच पर पूरी तरह टूटी नहीं है। मुझे लगता है अगर बल्लेबाज धीरज के साथ बल्लेबाजी करेगा तो उसे सफलता मिल सकेगी। हम लोगों ने भी धीरज रखते हुए आज बल्लेबाजी की तभी हम लोगों को सफलता मिली।
टीम मेरी जरूरत टीम के लिए अच्छी बालिंग करनी है...
इस पर अक्षर ने जवाब देते हुए कहा कि, अब तक मैंने ऐसा कुछ भी नहीं सोचा क्योंकि अभी मेरे सीनियर अश्विन भाई और जड्डू इस समय टीम में है और उनके होते हुए मैं टीम का लीड बॉलर कैसे हो सकता हु। मई बस इतना मंटा हु कि मुझे अपनी टीम के लिए अच्छी बोलिंग करनी है। मुझे बस इतना पता होता है कि टीम को मेरी जरूरत है और मैं उस मुताबिक ही गेंदबाजी करता हूं।
भारतीय टीम को प्रेशर मैनेज करना अच्छी तरह आता है...
इसका जवाब अक्षर ने कहा, हम लोगों को द्रविड़ सर और अज्जू भाई से बात हुई थी वही हुआ। उन्होंने कहा था अगर एक भी विकेट निकाल लेते है तो अगले 3 से 4 विकेट भी आराम से निकल आएंगे। इसी बात का ध्यान रखते हुए हम लोगों को आगे के विकेट मिले। इसके अलावा उन दोनों ने टीम का एनवायरमेंट कॉम रखने के लिए कहा था। रही बात 67 ओवर में एक भी विकेट न मिलने की बात पर तो थोड़ा प्रेशर तो थे लेकिन उसको हम लोगों ने मैनेज कर लिया था।
वनडे, टी-20 से मतलब नहीं, मै क्रिकेट के लिए बना हूं...
अक्षर ने कहा, मैंने कभी खुद को अपने आप को स्पेशलिस्ट के तौर पर नहीं देखा और ना ही टी-20 या वनडे के लिए समझा ही नहीं। मैं सिर्फ क्रिकेट के लिए ही बना हु। आपको बता दें अक्षर अब तक सात टेस्ट खेल चुके है और उसमे 32 विकेट ले चुके हैं।
जहां मौका मिलेगा अच्छा पर्फार्मेंस करने की कोशिश करूंगा...
अक्षर ने कहा, जब मैं क्रिकेट का कोई भी फॉर्मेट खेलता हु फर्स्ट क्लास हो या इंडिया के लिए खेला है, मैंने हमेशा अच्छा परफॉर्म करने की ही। यह प्लेयर के दिमाग में होता है है कि मैं व्हाइट बॉल स्पेशलिस्ट हु या रेड बॉल स्पेशलिस्ट। मैंने कभी अपने आपको टाइप कास्ट नहीं किया की मैं क्रिकेट के इस फॉर्मेट का स्पेशलिस्ट हूँ। मुझे जहां पर भी मौका मिले या मिलेगा मैं वहां अच्छा परफॉर्म करने की कोशिश करुगा। जो मैंने आज पर-फॉर्म किया है उसका श्रेय मेरी टीम के खिलाड़ियों को देना चाहूंगा। उनके बिना विश्वास से ही मैंने आज इस तरह परफॉर्म किया है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.