ऑनलाइन ठगी के लिए सॉफ्टवेयर बनाने वाले कानपुर का इंजीनियर लव गुप्ता अरेस्ट हो गया। शुक्रवार को मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम कानपुर पहुंची। कानपुर एसटीएफ की मदद से उसके फ्लैट से पकड़ा। उसने मुंबई के ऑनलाइन ठग को सॉफ्टवेयर बेचा था। वह सॉफ्टवेयर के माध्यम से लॉटरी निकालकर ठगी करता था।
"पूरे मुंबई में फैलाया था लॉटरी से ठगी का जाल"
एसटीएफ के इंस्पेक्टर लान सिंह ने बताया, "मुंबई क्राइम ब्रांच ने ऑनलाइन लाटरी के जरिए करोड़ों की ठगी करने वाले गोपाल शेट्टी को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। पूछताछ में उसने कानपुर के इंजीनियर लव गुप्ता का नाम लिया था। बताया था कि लव गुप्ता ने सॉफ्टवेयर तैयार करवाया था। उसके एवज में 16 लाख रुपए दिए थे। लव कानपुर के गुलमोहर ग्रींस अपार्टमेंट बिठूर के फ्लैट नंबर-1002 में रहता था। मुंबई क्राइम ब्रांच ने कानपुर एसटीएफ को संपर्क किया।
"लिंक भेजकर वेंडर तैयार कर लिया था"
मुंबई क्राइम ब्रांच के अफसर ने बताया, "साफ्टवेयर को 'गो-डैडी' डॉट कॉम से डोमेन लेकर गोपाल शेट्टी को सोलह लाख रुपये में दिया था। गोपाल शेट्टी साफ्टवेयर के माध्यम से लिंक देकर काफी संख्या में अवैध ऑनलाइन लॉटरी के वेंडर बना लिए थे। गोपाल शेट्टी और उसके वेंडरों ने अवैध ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से लोगों के साथ धोखाधड़ी की। करोडों रुपये ठग लिया था।"
मुंबई में दर्ज है मुकदमा
मुंबई क्राइम ब्रांच के अफसर ने बताया, "मुंबई में गोपाल शेट्ठी के खिलाफ एफआईआर दर्ज थी। उसकी गिरफ्तारी के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर लव गुप्ता का नाम सामने आया था। उसका नाम भी एफआईआर में बढ़ाया गया था। इसके बाद से मुंबई क्राइम ब्रांच लव की तलाश में लगी थी। फरार चल रहे आरोपी लव गुप्ता के गिरफ्तारी के लिए कानपुर एसटीएफ से मुंबई क्राइम ब्रांच ने सहयोग मांगा था। इसके बाद शातिर को दोनों टीमों ने मिलकर अरेस्ट कर लिया।"
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