केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शनिवार को IIT कानपुर पहुंचे। दैनिक भास्कर ने NEET UG परीक्षा को लेकर सवाल किया। मंत्री ने जवाब देने से मना कर दिया। उनके सिक्योरिटी गार्ड ने कैमरे को नीचे कर दिया। 17 जुलाई यानी कल NEET UG परीक्षा है। महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, हिमाचल और जम्मू सहित देश के 25 राज्यों में भारी बारिश जारी है।
ऐसे में छात्रों का कहना है कि परीक्षा देने सेंटर तक कैसे पहुंचे। छात्र परीक्षा टालने की मांग कर रहे हैं। CBSE के रिजल्ट की डेट के बारे में मंत्री ने कहा, ''15 जून तक तो CBSE के एग्जाम चले हैं। आज 16 जुलाई है। 30 दिन भी अभी पूरे नहीं हुए हैं। इतनी जल्दी रिजल्ट कैसे घोषित कर दिया जाए?
शिक्षा मंत्री बोले- दो साल में कॉलेज बनकर तैयार होगा
धर्मेंद्र प्रधान ने गंगवाल स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी और यदुपति सिंघानिया सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा, "आज एक अच्छा दिन है। आने वाले दो साल में मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार होगा। भारत में कहा जाता है कि जब परिवार में बेटा बेटी लायक बन जाए तो समाज बेहतर हो जाता है। शिक्षा विभाग में रहते हुए कई संस्थानों में गए, लेकिन सबसे अधिक प्रभावित IIT कानपुर ने किया है।"
''ड्रोन सिर्फ सामान उठाने के लिए नहीं होते''
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, "भारत में संभावना बहुत है। लैटिन अमेरिका, साउथ एशिया समेत अन्य महाद्वीप के देशों की नजर है। देश के बच्चों को नई शिक्षा देने की तैयारी कर रहे हैं। इसमें आप जैसों का सहयोग लिया जाएगा। मेडिकल कॉलेज के बनने से भारत ही नहीं अन्य गरीब देशों के लिए सस्ते इलाज की नई राह बनेगी। यहां कई तरह के चिकित्सीय उपकरण बनेंगे। अभी ड्रोन की नई पॉलिसी लाई गई है। ड्रोन सिर्फ सामान उठाने के लिए नहीं है। इसका उपयोग सर्विलांस, मेडिसिन सप्लाई, रेस्क्यू के लिए है। इसमें IIT अपना बेहतर काम करेगा।"
सीएम योगी की सोच से आज सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल खुल रहा: धर्मेंद्र
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, "आज से पांच से छह दशक पहले नाइट लाइफ नहीं मिल पाई थी। आज भी नहीं मिल पा रही है। हालांकि योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में काफी हद तक व्यवस्था ठीक की है। कभी सोचिए कि 50 साल पहले यह कह सकते थे कि इतनी असुविधा के बावजूद इस तरह का काम हो सकेगा। उनकी सोच से ही संस्थान में आज मेडिकल स्कूल और सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल खुलने जा रहा है। इसमें IIT के फैकल्टी और छात्रों का योगदान है। सिर्फ मेडिकल कॉलेज ही नहीं, कई अन्य संस्थान खोले जाएंगे।"
IIT कानपुर के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष डॉ के. राधाकृष्णन ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में 450 से अधिक बेड का यदुपति सिंघानिया सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, कैंसर देखभाल और अनुसंधान के लिए 50 बेड का केंद्र, अकादमिक और आवासीय ब्लॉक, चिकित्सा में अनुसंधान और विकास के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस होंगे।
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