कानपुर के हुक्काबार में नाबालिग से रेपकांड में बर्रा पुलिस की कार्रवाई सुस्त पड़ गई है। 10 दिन बाद भी रेपकांड के आरोपी हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर समेत अन्य आरोपियों को बर्रा थाने की पुलिस अरेस्ट नहीं कर सकी है। अजय ठाकुर ने अपनी बेगुनाही के लिए जो CCTV फेसबुक पर अपलोड किया था। अब वही उसके जेल जाने का सबसे मजबूत साक्ष्य बनेगा। लगातार सोशल मीडिया और वॉट्सऐप कॉल पर एक्टिव होने के बाद भी पुलिस सुराग नहीं लगा पा रही है।
फेसबुक पर डाला गया CCTV ही जेल जाने का अहम साक्ष्य
बर्रा के एक हुक्काबार में 3 मार्च को एक 16 साल की नाबालिग से दुष्कर्म हुआ था। जरौली निवासी इंस्टाग्राम दोस्त विनय ठाकुर ने उसे हुक्काबार में अपनी हवस का शिकार बनाया था। इसके बाद अपने दोस्त हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर और अमन सेंगर समेत 7 लोगों के हवाले कर दिया था। इसके बाद उसके साथ सूनसान जगह पर गैंगरेप का भी प्रयास हुआ था।
मामले में पुलिस मुख्य आरोपी विनय ठाकुर और हुक्काबार संचालक शोभित पाल को अरेस्ट करके जेल भेज दिया था। जबकि रेपकांड का आरोपी हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर और अमन सेंगर समेत अन्य आरोपी अभी भी फरार है।
पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने बताया कि आरोपी की मौजूदगी भले ही रेपकांड के दौरान हुक्काबार में नहीं था। लेकिन छात्रा जब उसके घर पहुंची तो उसने पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी। अब तक की जांच में सामने आया है कि अजय ठाकुर ने ही मुख्य आरोपी को संरक्षण दे रखा था।
रेपकांड से पहले भी लगातार किशोरी का यौन उत्पीड़न किया गया। अजय ठाकुर को पूरे मामले की जानकारी थी। हिस्ट्रीशीटर के संरक्षण में ही विनय ने सबकुछ किया। आरोपी को पकड़ने के लिए बर्रा पुलिस के साथ ही DCP साउथ सलमान ताज पाटिल की भी टीम काम कर रही है। जल्द ही उसे और अन्य आरोपियों को अरेस्ट करके जेल भेजा जाएगा।
CCTV इस तरह बना अहम साक्ष्य
रेपकांड के बाद फरार आरोपी हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर ने 8 मिनट का वीडियो फेसबुक पर शेयर किया है। CCTV फुटेज पर वायस ओवर करते हुए बताया कि रेप के दौरान वह घर पर था। जबकि पीड़िता उससे आरोपी को लेकर उलाहना देने घर आई थी। इस दौरान विनय उनके घर पर ही था। अब पुलिस इस सीसीटीवी को ही साक्ष्य बनाकर इस्तेमाल करेगी कि पूरे मामले में अजय ठाकुर की संलिप्तता थी। सीसीटीवी फुटेज ही अजय ठाकुर के जेल जाने का आधार बनेगा।
बर्रा पुलिस पर पकड़ने-छोड़ने का आरोप
रेपकांड में तीन नामजद और पांच अज्ञात आरोपियों का नाम है। इसके चलते बर्रा पुलिस हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर के एक-एक साथियों को दबिश देकर उठा रही है। आरोप है कि उनसे मोटी रकम लेकर छोड़ा जा रहा है। बर्रा पुलिस अब जेल भेजने का डर दिखाकर अजय ठाकुर के साथियों से वसूली कर रही है।
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