इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कन्नौज स्थित घर पर हुई छापेमारी का एक अनकट वीडियो सामने आया है। इसमें साफ नजर आ रहा है कि जैन ने अपने घर में एक गुप्त तहखाना बना रखा था। इसमें ही वह अपनी नगदी और सोने चांदी रखता था।
DGGI (डायरेक्ट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस) और IT (आयकर विभाग) के अफसरों ने जैन के खजाने की तलाश के लिए पूरे घर का न सिर्फ कोना-कोना छान मारा, बल्कि छत की फाल्स सीलिंग से लेकर तहखाने की जमीन तक खोद डाली।
जहां अफसरों को शक हुआ, वहीं हथौड़ा चलवाया
वीडियो में दिख रहा है कि घर में जगह-जगह खुदी हुई पड़ी है। कहीं जमीन को खोदा गया है तो कहीं मोटे पिलर को तोड़ा गया है। इसके अलावा, जहां-जहां भी अफसरों को शक हुआ उन्होंने हथौड़ा चलाने में गुरेज नहीं किया। IT के एक सीनियर अफसर बताते हैं कि पीयूष जैन की आदत पैसे को छिपाकर रखने की है। उसके कानपुर वाले घर में भी उसने गुप्त लॉकर, दीवारों में नगदी रख रखी थी। इससे यह तय था कि यह अपने सभी घरों में इसी तरह से पैसा छिपाकर रखता है। इसी के आधार पर जहां भी शक था। घर में वहां खुदाई की।
अफसरों ने अभी रिमांड नहीं मांगी
DGGI ने पीयूष जैन को रविवार रात को गिरफ्तार कर लिया था। कोर्ट ने उसे 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है। सुनवाई के दौरान DGGI के अफसरों ने रिमांड नहीं मांगी, क्योंकि पीयूष पर पांच साल से कम सजा का अपराध अब तक की जांच में पाया गया है। ऐसे में सिर्फ विशेष केस में ही कोर्ट रिमांड देता है। पीयूष के अधिवक्ता सुधीर मालवीय ने कोर्ट में 52 करोड़ रुपए टैक्स चोरी पर पेनाल्टी जमा करने के लिए कोर्ट में प्रार्थना-पत्र दिया है। अब 1 जनवरी के बाद कोर्ट खुलने पर अगली सुनवाई होगी। इसके बाद पीयूष की जमानत पर सुनवाई होगी।
5 साल से कम की हो सकती है सजा
पीयूष के घर से करोड़ों रुपए कैश की बरामदगी और फिर सोने-चांदी के जेवरात समेत अकूत धन बरामद होने के बाद भी इस केस में महज पांच साल से कम की सजा का प्रावधान है। पीयूष के वकील ने बताया कि पांच साल से कम सजा का अपराध होने के चलते DGGI की टीम ने रिमांड के लिए अर्जी नहीं दी।
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