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- Many Places And People Will Be Identified From Terrorists, Training Was Being Given To Terrorists In Kanpur And The Consignment Of Arms Was To Be Known From Here, NIA Also Started Investigation
दो संदिग्ध आतंकियों को कानपुर ले जाएगी ATS:मिनहाज और मसीरुद्दीन से असलहा सप्लायर और मानव बम बनने वाली महिलाओं से होगा आमना-सामना, 19 बिंदुओं पर टिकी जांच
लखनऊ में पकड़े गए आतंकियों के मोबाइल फोन से कुछ संदिग्ध नम्बर मिले थे।
लखनऊ से गिरफ्तार अलकायदा के विंग अंसार गजवा-तुल-हिंद के संदिग्ध आतंकी मिनहाज और मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर को आज कानपुर लाया जा सकता है। एटीएस ने उन्हें 14 दिनों के लिए रिमांड पर ले रखा है। अभी तक की जांच में आतंकियों का कानपुर में बड़ा नेटवर्क और असलहों की चमनगंज से सप्लाई की बात सामने आई है। कई ठिकानों और लोगों की शिनाख्त के लिए एटीएस दोनों आरोपियों को लेकर कानपुर आएगी। कानपुर का नाम सामने आने के बाद से लगातार एटीएस की टीमें कानपुर में डेरा डाले हुए हैं और अब एनआईए की टीम ने भी कानपुर में जांच शुरू कर दी है।
इन 9 बिंदुओं पर जांच कर रही है ATS
- कुकर बम बनाने के लिए लखनऊ की कई दुकानों से सामान खरीदने की जानकारी एटीएस को मिली है। एटीएस अभियुक्तों की निशानदेही पर संबंधित दुकानों की पहचान करेगी साथ ही मदद करने वालों की शिनाख्त भी करेगी।
- जहां-जहां बम विस्फोट किया जाना था, उन सभी जगहों पर आतंकियों की निशानदेही पर प्वाइंट आउट कर मेमो तैयार करेगी और उसकी भी जांच करेगी।
- मिनहाज को पिस्टल उपलब्ध कराने वाले व्यक्ति की पहचान की जाएगी और पिस्टल कहां से और कैसे उपलब्ध कराई गई, इसकी जानकारी जुटाई जाएगी।
- मिनहाज द्वारा असलहों को खरीदने के लिए कानपुर के चमनगंज में जाना बताया गया है। उस स्थान को चलकर चिह्नित किए जाने की बात कही गई है। इसके लिए दोनों को कानपुर ले जाया जाएगा।
- मिनहाज द्वारा जम्मू कश्मीर के तौहीद को उसके द्वारा बताए गए खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए थे, उन खातों की जांच की जाएगी और तौहीद की शिनाख्त के लिए अभियुक्त मिनहाज को जम्मू कश्मीर ले जा सकती है।
- अभियुक्त मिनहाज की निशानदेही पर उस जनसेवा केंद्र का सत्यापन करना है जहां से तौहीद द्वारा उपलब्ध कराए गए खातों में रुपए ट्रांसफर किए गए थे।
- मिनहाज से पूछताछ कर उस डायरी को बरामद करेगी। जिसमें मूसा और तौहीद का टेलीग्राम आईडी का विवरण अंकित है।
- आतंकियों के मोबाइल से मिले डाटा के बारे में पूछताछ की जा रही है। उनसे तथ्यों के संबंध में पूछताछ कर कड़ी से कड़ी जोड़कर पूरी आतंकी वारदात के प्लान का खुलासा करेगी।
- वारदात की तैयारी में और कौन-कौन से लोग शामिल हैं और क्या कोई आतंकवाद का पैरलल मॉड्यूल काम कर रहा है। इस संबंध में एटीएस पूछताछ करेगी।
आफाक और लईक असलहा तस्कर
मिनहाज और मुशीर से एटीएस ने जो पिस्टल बरामद की है। वह 32 बोर की स्वदेशी पिस्टल है। एटीएस की जांच में सामने आया है कि कानपुर के आफाक और लईक असलहों की तस्करी करते हैं। गिरोह में कई लोग शामिल हैं। बिहार के मुंगेर से पिस्टल की खेप कानपुर मंगाई जाती है। इसी गिरोह से संपर्क करने के बाद मिनहाज और मुशीर ने कानपुर के चमनगंज से पिस्टल खरीदी थी। एटीएस पूरे गिरोह का खुलासा करने के लिए काम कर रही है।
एनआईए की टीम ने भी कानपुर में डाला डेरा
एनआईए का दावा है कि आतंकियों के कनेक्शन दक्षिण भारत से जुड़े हुए हैं। आतंकियों से पूछताछ करने पहुंची एनआईए की टीम अपना होमवर्क पूरा करके आई थी। एनआईए भी अलकायदा पर काम कर रही थी। कुछ संदिग्ध नम्बर एजेंसी को मिले। जिसमें केरल, तमिलनाडु हैदराबाद तक में संदिग्धों के कनेक्शन होने की बात सामने आई है। लखनऊ में पकड़े गए आतंकियों के मोबाइल फोन से कुछ संदिग्ध नम्बर मिले थे। अब खुलासा होने के बाद अलकायदा और इससे जुड़े आतंकी संगठन की कमर तोड़ने के लिए एनआईए ने भी काम शुरू कर दिया है।