उत्तर प्रदेश की महिला कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाती सिंह ने मंगलवार दोपहर को कानपुर के तीनों राजकीय बालगृह का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान राजकीय बाल गृह (बालक), कल्याणपुर पहुंची तो अधीक्षक बालकृष्ण अवस्थी उनकी चरण वंदना करते नजर आए। निरीक्षण के दौरान मंत्री ने हालांकि अधीक्षक को साफ-सफाई और बेहतर करने के साथ ही बच्चों को रोजगार परक शिक्षा देने पर जोर दिया।
मंत्री स्वाती सिंह ने राजकीय बाल गृह (बालक), कल्याणपुर के निरीक्षण के दौरान बच्चों से बात भी की। निरीक्षण के बाद उन्होंने अधीक्षक बालकृष्ण अवस्थी को साफ-सफाई और बेहतर करने के साथ ही भोजन की गुणवत्ता बढ़ाने का आदेश दिया। साथ ही, बच्चों को शिक्षा के साथ योगा आर्ट के साथ अन्य रोजगार देने वाली शिक्षा भी देने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि कंपटीशन की भावना जब तक बच्चों में नहीं आएगी तब तक आगे नहीं बढ़ पाएंगे। विभिन्न प्रतियोगिताओं के जरिए बच्चों को बेहतर माहौल देने का प्रयास करें।
कोविड में अनाथ हुए बच्चों का हाल लेने पहुंची थीं मंत्री
इसके बाद मंत्री स्वाती सिंह ने स्वरूप नगर राजकीय बाल गृह (बालिका) का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बालिकाओं से बात करके उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और खाने-पीने के इंतजाम के बारे में जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने आदेश दिया कि कोविड की वजह से जिन बच्चों के माता पिता की मृत्यु हो गई। ऐसे अनाथ बच्चों को सरकार की ओर से चार हजार रुपए प्रतिमाह दिया जाएगा। उनके देखरेख की पूरी जिम्मेदारी सरकार की है। अफसरों को आदेश दिया कि इन बच्चों की देखरेख में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
गंदगी के बीच मिले बच्चे
इस दौरान मंत्री राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर), नौबस्ता का भी निरीक्षण किया। बच्चे गंदगी के बीच मिले और रसोई घर व टॉयलेट में भी गंदगी थी। निरीक्षण के बाद उन्होंने संप्रेक्षण गृह में साफ-सफाई की व्यवस्था किए जाने का आदेश दिया।
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