कानपुर जीआरपी इंस्पेक्टर और एक दरोगा का ट्रांसफर कर दिया गया है। पिछले दिनों सेंट्रल स्टेशन पर माल ढोने वाली ट्रॉली में युवक को लिटाकर जीआरपी पुलिस थाने तक लाई थी। इससे पहले भी ट्रेनों में बढ़ते अपराध के चलते कार्रवाई का अंदेशा जताया जा रहा है।
जीआरपी प्रभारी आरके द्विवेदी और दरोगा सुशील कुमार मिश्र का तबादला कर दिया गया है। दोनों ही तबादलों की वजह स्टेशन और ट्रेनों में हो रही बढ़ती अपराधिक घटनाओं के चलते मानी जा रही है। ट्रेन में छिनैती, जहरखुरानी और चोरी की घटनाओं पर अंकुश न लगा पाना यात्रियों के लिए मुसीबत बन गई है। इस पूरे मामले की रेल प्रशासन ने गोपनीय रिपोर्ट जीआरपी हेड क्वॉर्टर को कुछ दिन पहले भेजी थी। इस रिपोर्ट को ही तबादलों का आधार बताया जा रहा है।
दो कारणों की वजह से रेलवे पुलिस की हुई थी किरकिरी
पिछले दिनों पहली घटना में ट्रेन के अंदर सिपाही द्वारा विदेशी महिला से छेड़छाड़ के मामलों को लेकर रेलवे पुलिस की बड़ी किरकिरी हुई थी। हालांकि पुलिस ने सिपाही पर मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया था। उस सिपाही पर विभागीय कार्रवाई भी की गई थी।
दूसरे मामले में एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें जीआरपी के सिपाही एक युवक को जिसे नशे में बताया जा रहा था। उसे माल ढोने वाली ट्रॉली में लिटाकर थाने तक लाए थे बाद में यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और कई लोगों ने इसे ट्वीट कर जीआरपी टीम को ट्रोल किया था। इस वजह से रेलवे पुलिस की किरकिरी हुई थी।
कानपुर सेंट्रल स्टेशन जीआरपी में तकरीबन एक साल से कोई भी सर्किल ऑफिसर नहीं है। कमरुल हसन खान के रिटायरमेंट के बाद प्रयागराज रेलवे पुलिस सीओ को अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। उनकी तैनाती स्थल प्रयागराज है।
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