कानपुर के सपा विधायक इरफान सोलंकी को शुक्रवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। विधायक इरफान सोलंकी को पकड़ने के लिए पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी, लेकिन उनके नजदीक भी नहीं पहुंच सकी।
जेल भेजे जाने के बाद पुलिस ने 80 से ज्यादा सवाल दागे, तो परत दर परत खुली कि कैसे विधायक पुलिस को चकमा देते रहे। इरफान ने बताया, यूपी से फरारी के बाद दिल्ली, मुंबई और फिर हैदराबाद में रुके। ट्रक से हैदराबाद पहुंचा था। मैंने 7 सिमकार्ड बदले, चार मोबाइल का बदल-बदल कर इस्तेमाल किया। हमेशा वॉट्सऐप कॉलिंग करता था जिससे पुलिस मुझे ट्रेस न कर सके।''
ट्रक में बैठकर हैदराबाद से नागौर पहुंचे थे विधायक
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि कानपुर से लखनऊ पहुंचने के बाद विधायक नोएडा और फिर दिल्ली पहुंचे। दिल्ली से फ्लाइट से मुंबई अपने साले के पास शरण ली, लेकिन पुलिस के आने की भनक लगते ही वह हैदराबाद भाग निकले।
यहां कुछ दिन फरारी काटने के बाद पुलिस से बचने के लिए विधायक ट्रक में बैठकर नागपुर पहुंचे। फिर उज्जैन होते हुए राजस्थान में अपने पुरखों के शहर नागौर पहुंचे थे। पुलिस सर्विलांस की मदद से तलाश करती रही, लेकिन विधायक को पकड़ नहीं सकी।
दबिश के दौरान पड़ोसी के घर से भागे थे इरफान
पुलिस अफसरों ने पुलिस लाइन में करीब 3 घंटे तक विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई से पूछताछ की। पुलिस ने पूछा कि 8 नवंबर को दबिश दी तो कहां थे। विधायक ने बताया कि घर पर ही थे, लेकिन भारी पुलिस फोर्स देखकर पीछे पड़ोसी के मकान पर फांदकर वह भाग निकले थे। इसके बाद नूरी शौकत ने उन्हें पनाह दी।
फर्जी आधार कार्ड के सवाल पर विधायक ने कुछ भी साफ-साफ नहीं कहा, लेकिन जब फोटो, वीडियो दिखाया तब वह बोले मुझे फंसाया जा रहा मेरी मदद करो। महिला के घर आग लगाने पर उन्होंने कहा कि आपके पास एक भी सुबूत हो तो बताइए। मैंने महिला के घर में आग नहीं लगाई है। इस तरह ताबड़तोड़ एक के बाद एक सवाल पूछे।
नजदीकियों से वॉट्सऐप कॉल पर कर रहे थे बात
विधायक ने बताया कि उन्होंने फरारी के दौरान चार मोबाइल फोन और 7 सिमकार्ड बदले थे। इसके साथ ही लगातार वह अपने नजदीकियों के संपर्क में व्हाट्सएप कॉलिंग पर थे। इसके चलते पुलिस ट्रैस नहीं कर पा रही थी। एक के बाद एक ठिकाने बदलते रहे और पुलिस छू भी नहीं सकी।
जेल जाने से पहले इरफान सोलंकी ने वायरल किया VIDEO: कहा- मेरी CBI जांच करा लीजिए योगी जी
इरफान सोलंकी के जेल जाने के बाद एक वीडियो सामने आया है। जिसमें वह कह रहे हैं, ''मेरी CBI जांच करा लीजिए योगी जी। जिससे हकीकत सामने आ जाए। आप प्रदेश के मुखिया हैं। आपने उस महिला की बात सुनी और जांच के आदेश दिए, लेकिन जांच गलत हो रही है। मेरी भी बात सुन लीजिए।'' ये वीडियो सरेंडर करने से पहले का बताया जा रहा है।
जेल जाने से पहले शूट किया था वीडियो
इरफान ने आगे कहा, ''अब तक 25 दिनों में कोई भी ऐसा साक्ष्य सामने नहीं आया है, जिससे साबित हो सके कि मैंने घर फूंका है। मैं अपनी और कानपुर जनता से कहना चाहूंगा कि क्या आपको लगता है कि आपका विधायक इतना गंदा काम कर सकता है। लोग सामने आएं और कमिश्नर से कहें कि विधायक को किस आधार पर जेल भेजा है। कम से कम चीजें सामने आ सकें। मेरे बीवी, बच्चे और मां परेशान हो रहे हैं। आप सब मेरे लिए नहीं, मेरे परिवार के लिए दुआ कीजिए। मेरे लिए दुआ कीजिए कि सच सामने आए।''
जब अग्निकांड हुआ तो मैं अपने ऑफिस में था
इरफान सोलंकी ने कहा, ''जिस प्लॉट की बात हो रही है, वो मेरे घर के बगल में नहीं है। प्लॉट घर से 600 मीटर दूर है। मैं रोज शाम को 6 से रात 10 बजे तक अपने रिजवी रोड वाले ऑफिस में बैठता हूं। बीते 14-15 सालों से रिजवी रोड वाले कार्यालय पर बैठता हूं। कानपुर की जनता को भी यह बात मालूम है। जिस दिन यह कांड हुआ है मैं रिजवी रोड वाले ऑफिस में बैठा हुआ था।''
सांसद ने मेरी पत्नी पर वालिद वादा हाथ रखा
इरफान ने आगे कहा, ''मैं सबसे पहले अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेरी मदद को आए 13 विधायकों का शुक्रिया अदा करता हूं। मैं सांसद सत्यदेव पचौरी का भी शुक्रिया अदा करता हूं। मेरे परिवार के लिए टाइम निकाला और मेरी बेगम, बच्चों और अम्मी से मुलाकात की। मेरी बेगम के सिर पर उन्होंने वालिद वाला हाथ रखा।''
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सरेंडर के वक्त रोने लगे सपा विधायक
इरफान सोलंकी जब सरेंडर करने पहुंचे, तो उनकी आंखों में आंसू थे। बेटी से लिपट कर वह रोने लगे। सरेंडर के लिए आते समय इरफान अपने फेसबुक पेज पर लाइव थे। वह 8 नवंबर की रात यानी 24 दिन से फरार थे। मीडिया के किसी भी सवाल का उन्होंने जवाब नहीं दिया।
मीडिया ने इरफान और रिजवान से पूछा कि आप इतने दिन कहां थे? इस पर दोनों चुप्पी साधे रहे। उनके साथ पूरी फैमिली और सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी, नगर अध्यक्ष भी मौजूद थे। वहीं, प्लॉट पर कब्जा करने की शिकायत करने वाली नजीर फातिमा भी कोर्ट में मौजूद रहीं।
चार बार के विधायक हैं इरफान सोलंकी
सीसामऊ विधानसभा से इरफान सोलंकी चार बार से विधायक हैं। इरफान और उनका भाई रिजवान फरार चल रहे थे। दोनों के खिलाफ पड़ोसी महिला का घर फूंकने के मामले को लेकर जाजमऊ थाने में गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज है। विधायक की तलाश में चार राज्यों में पुलिस की टीमें छापेमारी कर रही थीं।
विधायक के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट मिलने के बाद धारा-82 की कार्रवाई की भी अनुमति मिल गई थी। इसके तहत कुर्की करने से पहले का नोटिस आरोपी के घर पर चस्पा करने के साथ ही मुनादी भी कराई जा रही थी। अब उन्होंने सरेंडर कर दिया है तो कार्रवाई बदल जाएगी।
MLA इरफान का ये था पूरा मामला
जाजमऊ डिफेंस कॉलोनी निवासी समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी का प्लॉट को लेकर पड़ोसी महिला नजीर फातिमा से विवाद चल रहा है। दोनों प्लॉट पर अपना होने का दावा करते हैं। मामला कोर्ट में है। बीते 7 नवंबर को इरफान और उनके भाई रिजवान के खिलाफ जाजमऊ थाने में महिला ने एफआईआर दर्ज कराई थी। महिला का आरोप है कि उनकी गैर मौजूदगी में विधायक और उनके भाई ने प्लॉट पर कब्जा करने की नीयत से उनका घर फूंक दिया था।
इन धाराओं में दर्ज है FIR
ग्वालटोली पुलिस ने इंस्पेक्टर अशोक कुमार दुबे की तहरीर पर इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी, नूरी शौकत, अशरफ अली उर्फ शेखू नूरी, इशरत, उम्मार इलाही उर्फ अली, अनवर मंसूरी, अख्तर मंसूरी और अली के खिलाफ धारा-212, 419, 420, 467, 468, 471 और 120-बी की धारा में एफआईआर दर्ज की गई है।
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