गर्मी ने यूपी में मई के महीने में बीते 12 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शुक्रवार को प्रदेश में सबसे गर्म बांदा जिला रहा। यहां का अधिकतम तापमान 47.8 डिग्री सेल्सियस रहा। इससे पहले 13 मई 2010 को मई के महीने में सबसे अधिक तापमान 47 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। मौसम विभाग ने भीषण गर्मी को देखते हुए अलर्ट जारी किया है।
झांसी और कानपुर भी रहे गर्म
झांसी का अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं, कानपुर तीसरा सबसे गर्म शहर रहा। CSA यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि अभी हीटवेव से भीषण गर्मी जारी रहेगी। 2 दिनों तक मौसम के ऐसे ही बने रहने की संभावना है।
कई शहरों में 49 डिग्री तक पहुंच सकता है तापमान
मौसम विज्ञानी ने बताया कि राजस्थान के थार मरुस्थल से आ रही गर्म हवाओं ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। गर्मी के साथ उमस भी हो रही है। इसकी वजह से लगातार तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। आने वाले दिनों में यूपी के कई शहरों का तापमान 49 डिग्री तक जा सकता है।
हीट स्ट्रोक का खतरा
IMA के डॉ. प्रवीण कटियार ने बताया कि गर्मी के मौसम में बुजुर्गों और छोटे बच्चों में हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। हीट एग्जॉशन से शरीर में तेजी से डिहाइड्रेशन होने लगता है। ये गर्मी की एक आम समस्या है। यह तेज धूप या गर्मी में अधिक समय तक रहने से हो सकती है।
आमतौर पर शरीर से पसीने के रूप में गर्मी निकलती रहती है, लेकिन इस समस्या में शरीर का नेचुरल कूलिंग सिस्टम काम करना बंद कर देता है, जिससे तापमान 100 डिग्री फॉरेनहाइट से अधिक हो सकता है। इसे हीट स्ट्रोक कहते हैं। अगर शरीर का तापमान 102 डिग्री फॉरेनहाइट से ज्यादा होने लगते तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी होता है।
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