कानपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल हैलट में अब आंखों की रेटिना से जुड़ी गंभीर बीमारियों का इलाज संभव हो सकेगा। हैलट में आंखों के रेटीना की गंभीर बीमारी डायबिटीज रेटिनोपैथी के लगभग 100 पेशेंट का रोजाना इलाज संभव हो सकेगा। अब जांच के हैलट के बाहर नहीं भटकना पड़ेगा। पेशेंट्स को नई रोशनी मिल सकेगी।
नेत्र विभाग में हुआ शुभारंभ
हैलट के नेत्र विभाग में सोमवार देर शाम कमिश्नर डा. राज शेखर ने रिबन काटकर शुभारंभ किया। इस मौके पर प्रिंसिपल डॉ. संजय काला, वाइस प्रिंसिपल डा. रिचा गिरी और गोल्डी मसाले समूह के सुदीप गोयनका मौजूद रहे। कमिश्नर ने बताया कि सीएसआर फंड से सभी आंखों के इलाज से जुड़ी मशीनों को खरीदा गया है।
40 लाख से बनेगा कार्निया आई बैंक
नेत्र विभाग के हेड डा. परवेज ने बताया कि विभाग में बेस्ट डॉक्टर्स की टीम है। यहां कार्निया सुरक्षित रखने के भवन निर्माण की जरूरत है। जिस पर करीब 40 लाख रुपए खर्च होंगे। इस पर कमिश्नर ने स्मार्ट सिटी फंड से कार्निया आई बैंक बनवाने के लिए नगर आयुक्त को निर्देश दिए।
आंख दान करने वालों का सम्मान
कार्निया ट्रांसप्लांट कराकर रोशनी वापस लाए जाने का लाभ ले रहे लाभार्थी और कार्निया दान देने वाले मृतक परिवार के सदस्यों का सम्मान किया गया। मदनलाल भाटिया जिन्होंने समाज सेवा करते हुए 192 कार्निया सुरक्षित करवाते हुए विभाग को उपलब्ध कराएं हैं, कमिश्नर ने उनका भी सम्मान किया।
समारोह में प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरके मौर्य, डॉ. शालिनी मोहन, डॉ. यशवंत राव, डॉ. पारुल सिंह, डॉ. सुरभि अग्रवाल, डॉ. नम्रता पटेल और अन्य स्टाफ मौजूद रहा।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.