कानपुर में गंगा का जलस्तर 4 दिन बाद भी कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को बाढ़ के हालात और खराब हो गए। सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक जलस्तर 5 सेमी तक बढ़ गया। इससे पुराना कानपुर स्थित सुधीरपुरवा, मक्खनपुरवा, रानीघाट, तिवारी घाट, सरजू का पुरवा में पानी भरना शुरू हो गया है। बाढ़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने घरों को खाली कराना शुरू कर दिया है। साथ ही मन्नीपुरवा में राहत कैंप बनाया गया है।
गांवों में 3 फीट तक चढ़ा पानी गंगा किनारे स्थित चैनपुरवा गांव में 4 और गंगारामपुरवा में 5 घरों को खाली करा लिया गया है। प्रशासन लगातार लोगों को घर खाली करने के लिए निर्देश दे रहा है। गांवों में 3 फीट तक पानी चढ़ गया है। तहसीलदार सदर ने बताया कि सभी को राहत कैंप में जाने के लिए लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं।
खतरे के निशान के ऊपर बह रही गंगा
आज गंगा का जलस्तर और बढ़ गया है। दोपहर 3 बजे तक शुक्लागंज में जलस्तर 112.98 मीटर पर पहुंच गया है। वहीं कानपुर में यह 114.52 मीटर पर पहुंच गया। गंगा खतरे के निशान से 52 सेमी ऊपर बह रही है। शुक्लागंज के बाकरगंज, रमेलनगर, हिंगूपुर समेत ख्योरा कटरी, बनियापुरवा, दुर्गापुरवा, मक्कापुरवा, भगवानदीन का पुरवा में बाढ़ का पानी घुस गया है। वहां भी राहत कार्य शुरू कर दिया गया है।
पांडु नदी भी उफनाई, कई इलाकों में भरा पानी
गंगा की सहायक नदी पांडु नदी भी उफना गई। इससे कानपुर के गोपालपुरम, बर्रा-8 कच्ची बस्ती, पनका गांव समेत अन्य इलाकों में पानी भर गया। लोग घर छोड़कर जाने को मजबूर हो गए हैं। वहीं कानपुर से भी लगातार पानी प्रयागराज और वाराणसी की तरफ पानी छोड़ा जा रहा है। आज सुबह करीब 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
दोपहर 3 बजे का जलस्तर
अपस्ट्रीम- 114.52 मीटर
डाउनस्ट्रीम- 114.08 मीटर
शुक्लागंज- 112.98 मीटर
नरौरा से छोड़ा गया पानी- 59,555 क्यूसेक
कानपुर से छोड़ा गया पानी- 3,92,772 क्यूसेक
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