धौरहरा में खमरिया के पास एनएच-730 पर मंगलवार को पिकअप ने सात साल के बच्चे को रौंद दिया। वह पापा के साथ मामा के घर जा रहा था। खमरिया के पास मैजिक से उतरा ही था कि हादसा हो गया। घटना की सूचना पाकर तत्काल मौके पर पहुचीं पुलिस ने पिकप को कब्जे में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर कार्रवाई शुरू कर दी है।
बच्चे के पिता आशाराम ने बताया कि उनकी ससुराल खीरी के बेहटा गांव में उनकी ससुराल है। वह मंगलवार को बेटे पीयूष (7) और बेटी मधु( 8) के साथ ससुराल जा रहे थे। वे मैजिक में सवार होकर जैसे ही महरिया गांव पहुंचे थे। इश दौरान उतरते समय लखीमपुर की ओर से आ रही तेजगति पिकप ने बेटे को रौंद दिया।
पिता और बहन के सामने ही पलक झपकते ही तोड़ दम
एनएच-730 पर हुए हादसे में बेटा सबसे पहले मैजिक से उतर गया था। जबकि उसके पित व बहन मैजिक से उतर रहे थे। इस दौरान पलक झपकते ही हादसा हो गया। जब तक कोई कुछ समझ पाता तबतक पीयूष ने दम तोड़ दिया था। बच्चे कुछ ही दूरी पर मौजूद मामा के घर पहुचने की खुशी में उत्साहित थे। इसी दौरान काल बनकर आई पिकप ने सभी की खुशियों को मातम में बदल दिया।
दिल्ली नंबर की है पिकअप
जिस पिकअप से टकराकर पीयूष की मौत हुआ है वह दिल्ली नंबर की है। उसका नंबर डीएल 1एलएक्स 7742 ने पीयूष को रौंद दिया। घटना के बाद चालक मौके से फरार हो गया है। जबकि पिकअप को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। पुलिस चालक की तलाश करने में जुटी है। इसके अलावा पिकअप मालिक के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस बच्चे को शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
सीतापुर का रहने वाला है परिवार, हरिद्वार से आ रहे थे वापस
पिता आशाराम ने बताया कि उनका परिवार सीतापुर के सेमलिया में रहता है। वह बच्चों को हरिद्वार घुमाने ले गए थे। जहां से उन्होंने मामा के घर जाने की जिद करी थी। बच्चों की जिद के चलते वह उनको ननिहाल लेकर आ रहे थे। उन्होंने बताया कि बेहटा गांव विनोद कुमार के यहां उनकी ससुराल है।
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