लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसान और पत्रकार के परिजनों को शुक्रवार को 50-50 लाख के चेक पंजाब के कृषि मंत्री रणदीप सिंह नाभा और छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री शिव डहरिया ने लखनऊ में सौंपे हैं। हिंसा के बाद पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल ने पीड़ित 5 किसान परिवारों को 50-50 लाख का मुआवजा देने की घोषणा की थी।
पीड़ित परिवारों को कांग्रेस की तरफ से लखनऊ बुलाया गया, जहां लखनऊ के फॉर्च्यून होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पीड़ित परिवारों को ये चेक दिए गए। इस मौके पर दोनों मंत्रियों ने कहा कि कांग्रेस जो कहती है वह करती भी है।
मंत्रियों ने भाजपा पर बोला हमला
छत्तीसगढ़ के मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि आज जिनकी सरकार है, उनका देश की आजादी में कोई योगदान नहीं था। ये लोग अंग्रेजों के लिए मुखबिरी करते थे। हमारी पार्टी चाहती है पूरे देश में किसान खुशहाल रहें। देश बेचने के अलावा वो किसानों के खेतों पर अब कब्जा करना चाहते हैं। 50-50 लाख की धनराशि परिवारों के सहयोग के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेजी है।
पंजाब के मंत्री रणदीप सिंह ने कहा कि 157 लोग जो किसान आंदोलन में शहीद हुए उन्हें पंजाब सरकार ने रोजगार दिया। लखीमपुर के हादसे पर दुख है। मासूम लोगों को हम वापस नहीं ला सकते। भाजपा सरकार में लोगों की भावना को दबाया जा रहा है। आज 50-50 लाख के चेक किसानों और मीडियाकर्मी के परिवार को सौंपे गए हैं। प्रधानमंत्री से मांग करते हैं तीनों काले कानून वापस लिए जाएं।
दो दिन की रिमांड पर फिर आशीष मिश्र
लखीमपुर हिंसा में एसआईटी को आशीष मिश्र की दो दिन की रिमांड फिर मिल गई है। इससे पहले एसआईटी ने आशीष से तीन दिन तक पूछताछ की थी। गुरुवार को आशीष मिश्र के 4 साथियों की रिमांड भी एसआईटी को मिली है। माना जा रहा है कि चश्मदीद सुमित जायसवाल और आशीष मिश्र से आमने-सामने पूछताछ हो सकती है। एसआईटी को उम्मीद है कि थार में मौजूद सुमित से घटना से कई अहम जानकारियां मिलेंगी। जिससे मंत्री पुत्र आशीष मिश्र के घटना में शामिल होने को साबित किया जा सके। दूसरी तरफ आशीष मिश्र की जमानत अर्जी पर सुनवाई के लिए जिला जज की कोर्ट ने 28 अक्टूबर की तारीख तय की है।
लखीमपुर में 3 अक्टूबर को भड़की थी हिंसा
3 अक्टूबर (रविवार) को किसानों ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए थे। इसी दौरान एक गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया था। इसमें चार किसानों की मौत हो गई थी। इसके बाद हिंसा भड़क गई थी। आरोप है कि भड़की हिंसा के दौरान किसानों ने एक ड्राइवर समेत चार लोगों को पीट-पीटकर मार डाला था। जिसमें एक पत्रकार भी मारा गया था। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र समेत 15 लोगों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया था।
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