लखनऊ के गुडंबा थाना क्षेत्र स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुडंबा पर तैनात सफाई कर्मचारी की 11 साल की बेटी के लिए सोमवार को झूला फांसी का फंदा बन गया। जब वह छोटे भाईयों के साथ घर में खेलते वक्त छोटे भाई को झुलाने के लिए कुंडे में पड़ी रस्सी में गर्दन डालकर झूलने की कोशिश की। जिसमें गर्दन फंसने से उसकी दर्दनाक मौत हो गई। भाई बहनों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोगों एकत्र हो गए। घर में अंदर से ताला लगा होने पर भीड़ ने दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से उतारा और पुलिस व परिजनों को सूचना दी।
तीन छोटे भाईयों के साथ घर में थी अकेली, मां-पिता गए थे ड्यूटी
गुडंबा थाना इंस्पेक्टर सतीश चंद्र साहू ने बताया कि मूल रूप से सीतापुर के सेवता गांव निवासी सुशील कुमार वाल्मीकि गुडंबा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में परिवार के साथ रहते है। सोमवार को पत्नी मीना के साथ ड्यूटी पर थे। घर पर 11 साल की बेटी लक्ष्मी, बेटा दीपक (6), दीपांश (4) और विवेक (डेढ़ साल) थे। लक्ष्मी रोज की तरह घर में अंदर से ताला डालकर भाई बहनों के साथ खेल रही थी। इसी दौरान लक्ष्मी विवेक को झूला झुलाने के लिए कुंडे में लटकी रस्सी में खेल-खेल में झूला झूलने लगी। जिसमें उसकी गर्दन फंसने से मौत हो गई। लक्ष्मी के कोई जवाब न देने पर दीपक समेत अन्य भाई रोने लगे। घर से बच्चों की रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए। घटना की जानकारी पर पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ बच्ची को फंदे पर से उतार डॉक्टर के पास ले गए। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.