यूपी के अनलॉक होने के बाद गुरुवार को पर्यटकों के लिए लखनऊ के बड़े इमामबाड़े का गेट खुला। इसके साथ ही करीब 60 दिनों बाद इमामबाड़े में रौनक लौट आई। नवाबों के शहर में पर्यटकों ने इमामबाड़े का दीदार किया। पर्यटकों के लिए नई गाइडलाइन भी आ गई है।
बड़े इमामबाड़े में 200 और छोटे इमामबाड़े में 40 पर्यटकों को ही एक साथ एंट्री मिल सकेगी। इसके साथ ही शहर की सभी ऐतिहासिक इमारतों और स्मारकों को अनलॉक कर दिया गया है। नए नियम के मुताबिक अब पर्यटक विंडो से टिकट नहीं खरीद सकेंगे। टिकट सिर्फ ऑनलाइन मोड में खरीदा जा सकेगा। कंटेनमेंट जोन में आने वाली इमारतों को नहीं खोला जा सकेगा।
एक दिन बीतने के बाद मिली आदेश की कॉपी
सरकार ने 16 जून से प्रदेश के सभी पर्यटन स्थलों को खोलने की अनुमति दी थी। इसके बावजूद इमामबाड़ा सहित राजधानी के पर्यटन स्थल 16 को नहीं खुल सके। जब इस बारे में हुसैनाबाद ट्रस्ट के लोगों से पूछा गया तो, उनका कहना था कि डीएम साहब के आदेश पर इमामबाड़ा बंद हुआ था, उन्हीं के आदेश पर खुलेगा। बुधवार देर शाम हुसैनाबाद ट्रस्ट के जिम्मेदारों को डीएम के आदेश की कॉपी मिली। इसके अगले दिन इमामबाड़ा खोला गया।
15 अप्रैल से बंद था इमामबाड़ा
कोरोना के चलते बड़ा इमामबाड़ा सहित शहर की अन्य ऐतिहासिक इमारतें 15 अप्रैल से बंद थीं। इमामबाड़ा बंद होने से हुसैनाबाद ट्रस्ट को रोजाना 80 से 90 हजार का नुकसान हो रहा था। बीते करीब दो महीने में ट्रस्ट को 50 लाख से ऊपर का नुकसान हुआ है। इमामबाड़े के प्रभारी हबीबुल हसन ने बताया कि इमामबाड़े का कॉम्बो टिकट 50 रुपए का है। इसमें बड़ा इमामबाड़ा (भूलभुलैया, बाउली चौकी), छोटा इमामबाड़ा (शाही हम्माम खाना), पिक्चर गैलरी की सैर की जा सकती है।
करिए चिड़ियाघर की सैर
लखनऊ का नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान (चिड़ियाघर) भी दर्शकों के लिए नौ जून से खुल गया। पर्यटक चिड़ियाघर की सैर करने पहुंच रहे हैं। करीब दो महीने बाद दर्शकों के लिए चिड़ियाघर खोला गया था। प्राणि उद्यान के निदेशक आरके सिंह ने बताया कि दर्शकों के लिए चिड़ियाघर अनलॉक हो चुका है। सुबह आठ से शाम छह बजे तक दर्शक चिड़ियाघर की सैर कर सकते हैं।
ये हैं प्रवेश के नए नियम
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