भारतीय टीम के पूर्व विकेट कीपर बल्लेबाज अजय रात्रा को यूपी क्रिकेट टीम का कोच बनाया गया है। बुधवार को उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) की बैठक में यह फैसला हुआ। लखनऊ के एक निजी होटल में हुई बैठक में अंकित चटर्जी नए सीईओ नियुक्त किए गए हैं। वर्किंग कमेटी की बैठक एसोसिएशन के अध्यक्ष निधिपत सिंघानिया के नेतृत्व में हुई है। उन्होंने भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय मैच में 6 टेस्ट और 12 वनडे खेला।
बैठक में 19 सदस्य मौजूद रहे
बैठक में सचिव प्रदीप गुप्ता, उपाध्यक्ष श्यामबाबू, संयुक्त सचिव मोहम्मद फहीम और कोषाध्यक्ष अरविंद श्रीवास्तव सहित 19 सदस्य मौजूद रहे। इस दौरान पदाधिकारियों ने कोच के चुनाव के बाद 06 अक्टूबर को इकाना में होने वाले मैच पर भी चर्चा की।
कोच की नियुक्ति के लिए रविवार और सोमवार को 8 लोगों के ऑनलाइन इंटरव्यू लिए गए। इसके बाद अजय रात्रा को कोच बनाने का फैसला किया गया। अभी तक दिल्ली के विजय दहिया यूपी टीम के कोच थे। वह भी अपने समय के विकेट कीपर बल्लेबाज रहे है।
अजय रात्रा हरियाणा के खिलाड़ी रहने वाले हैं। वे साल 2000 में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य थे। बाद में उनकी कप्तानी में टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज जीती थी। उन्होंने बेंगलुरु में नेशनल क्रिकेट एकेडमी में अपनी कीपिंग को और मजबूत किया। सबसे पहले उन्हें जनवरी 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ छह मैचों की घरेलू वनडे सीरीज खेला। इसमें उन्होंने बैटिंग की और 79 रन बनाए। विकेट के पीछे छह शिकार किए। फिर जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज में भी वे ही रहे। इसमें बैट से नाकाम रहे, लेकिन कीपिंग में अच्छा खेल दिखाया। उन्होंने 10 लोगों को स्टंप करके आउट किया।
सबसे कम उम्र में शतक ठोकने वाले कीपर बने
इसके बाद अजय रात्रा ने वेस्टइंडीज से टेस्ट सीरीज खेला। पोर्ट ऑफ स्पेन में उनका डेब्यू हुआ। पहले टेस्ट में कुछ खास नहीं कर पाए। दो पारी खेला, जिसमें इन्होंन 2 ही रन बनाया। कीपिंग के दौरान एक कैच पकड़ा था।
ब्रिजटाउन में दूसरा टेस्ट में भी कुछ खास नहीं कर सके। सेंट जोंस में तीसरे टेस्ट में इन्होंने शानदार पारी खेली। उन्होंने 115 रन बनाकर नाटआउट रहे। इस दम पर भारत ने टेस्ट ड्रॉ कराया। वे टेस्ट शतक लगाने वाले सबसे युवा विकेटकीपर बने। रिकॉर्ड अभी उन्हीं के नाम है। वेस्ट इंडीज से हालांकि, भारत 2-1 से हार गया था।
9 महीने ही चल सका इंटरनेशनल करियर
जनवरी 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए 6 मैच में उनका सेलेक्शन हुआ। जिसमें वह कुछ खास नहीं सके। सितंबर 2002 तक टीम से बाहर हो गए। अजय रात्रा जब टीम से बाहर हुए, तो वे 20-21 साल के ही थे। दोबारा कभी टीम में नहीं आ सके। भारत को महेंद्र सिंह धोनी मिले, तो फिर इनकी वापसी नहीं हो पाई। अजय रात्रा टीम में जगह बरकरार रखने में कामयाब रहे।
अभी हैं असम के कोच
अजय रात्रा घरेलू क्रिकेट में हरियाणा के लिए खेला। उन्होंने 99 मैचों में 4029 रन बनाए। 233 कैच और 27 स्टपिंग की। 89 लिस्ट ए मैच में 1381 रन बनाया। 2013 में अजय रात्रा आखिरी बार घरेलू क्रिकेट में खेला। अभी वे असम के कोच हैं। इससे पहले वे भारतीय महिला टीम और एनसीए में भी काम कर चुके हैं।
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