लखनऊ में 5 मंजिला बिल्डिंग गिरी:लगातार चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन; 12 लोगों को निकाला गया; DGP बोले- कोई कैजुअल्टी नहीं हुई
लखनऊ में पांच मंजिला बिल्डिंग गिर गई है। हादसा इतना भीषण था कि पहले किसी को कुछ समझ ही नहीं आया कि क्या हुआ है। मौके पर मौजूद लोगों की सूचना पर पुलिस फोर्स के साथ SDRF, NDRF और 12 जेसीबी रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए पहुंच गईं। बाद में बचाव कार्य के लिए आर्मी को भी बुला लिया गया। मलबे से 12 लोगों को निकालकर अस्पताल भेजा गया। साथ ही आशंका जताई गई कि 3 लोगों की मौत हो गई है और 30 से 40 लोग मलबे में दबे हैं। लेकिन, देर रात साढ़े 10 बजे DGP डीएस चौहान ने कहा कि इस हादसे में कोई कैजुअल्टी नहीं हुई है।
हादसा शहर के हसनगंज रोड स्थित अलाया अपार्टमेंट में हुआ। बताया जा रहा है कि बिल्डिंग के अंदर बेसमेंट की खुदाई चल रही थी, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि भूकंप की वजह से बिल्डिंग में दरार आ गई थी। हालांकि हादसा हुआ किस वजह से अभी यह साफ नहीं है।
हादसे के बाद मौके पर बड़ी संख्या में आस-पास के लोग जुट गए। वहीं, मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चल रहा है।
हादसे के बड़े अपडेट्स
- मलबा हटाने के लिए क्रेन और डंपर मशीनें मंगाई गई हैं।
- साल 2010 में इस बिल्डिंग का कंपाउंडिंग मानचित्र निरस्त कर दिया गया था।
अब मलबा हटाने का काम तेजी से शुरू किया गया है। इसके लिए क्रेन डंपर मशीनें मंगाई गई हैं।
- मलबे में दबे लोगों को ऑक्सीजन की कमी ना हो। इसलिए ऑक्सीजन को मलबे के अंदर पहुंचाया जा रहा है।
- रेस्क्यू टीम ने एक परिवार के सदस्य को बुलाया। उनसे यह जानने की कोशिश की कि किचन का दरवाजा कहां पर है। क्योंकि, जब मलबा गिरा तो किचन में ही लोग थे।
- NDRF-SDRF और पुलिस की टीम 4 घंटे से रेस्क्यू अभियान चल रही हैं। अब तक 12 लोगों को बाहर निकाला गया है।
- फरीन फातिमा की बहन आफरीन अभी मलबे में दबी हुई है। उनका कहना है कि बहन से 11:30 बजे तक बात हुई थी। इसके बाद से उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है।
यह फरीन फातिमा हैं। उनका कहना है कि उनकी बहन आफरीन मलबे में दबी है। 25 मिनट पहले उनसे बात हुई है।
- DGP ने कहा- NDRF, SDRF, फायर व पुलिस रेस्क्यू के लिए पर्याप्त है। सेना की टीम मौजूद है। लेकिन सेना ने अपना रेस्क्यू ऑपरेशन आगे के निर्देश मिलने तक रोका है।
- बताया जा रहा है कि बिल्डिंग के मलबे को हटाने में करीब 15 से 20 घंटे भी लग सकते हैं। अब तक दो मंजिल का भी पूरा मलवा नहीं हटाया गया है।
- हादसे पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट करके लिखा- जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।
- SDRF डॉग की मदद से मलबे में दबे लोगों को खोज रही है। साथ ही मलबे को चेन बनाकर हाथों से हटा रही है। जिससे अंदर दबे लोगों को कोई नुकसान न पहुंचे।
- डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा- 4 गंभीर लोग ट्रामा में हैं। बच्चे समेत पांच लोग सिविल अस्पताल में भर्ती हैं।
- सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. आनंद ओझा ने बताया कि 5 मरीजों को भर्ती किया गया है। 70 साल के एक बुजुर्ग के अलावा कोई बहुत गंभीर मरीज नहीं है।
- पूर्व कांग्रेस नेता जीशान हैदर के परिवार का 8 साल बच्चा मलबे से सुरक्षित निकाल लिया गया है।
अलाया अपार्टमेंट जहां यह हादसा हुआ। यह बिल्डिंग करीब 15 साल पहले ही बनी थी। इसमें 30-35 परिवार रहते थे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने खबर लगते ही मौके पर NDRF और SDRF को पहुंचने और घायलों को बेहतर से बेहतर उपचार देने का निर्देश दिया। सूचना मिलते ही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी मौके पर पहुंच गए। बताया जा रहा है कि अलाया अपार्टमेंट में कांग्रेस नेता रहे जीशान हैदर का परिवार भी रहता है। आशंका है कि उनके परिवार के कई सदस्य मलबे में फंसे हैं।
बिल्डिंग में 30-35 परिवार रह रहे थे
बताया जा रहा कि बिल्डिंग करीब 15 साल पहले बनी थी। इसमें 30-35 परिवार रह रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि करीब 6:30 बजे अचानक तेज धमाके के साथ बिल्डिंग गिर गई। इसके करीब डेढ़ घंटे बाद रेस्क्यू शुरू हुआ।
रेस्क्यू ऑपरेशन की तस्वीरें...
NDRF और SDRF की टीमें राहत-बचाव कार्य में जुटी हैं। इसके 12 जेसीबी को भी लगाया गया है।
स्थानीय लोग भी रेस्क्यू में मदद कर रहे हैं। आस-पास के थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है।
घटना के बाद यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मौके पर पहुंचे। उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया।
हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। हर कोई जल्द से जल्द बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था।
हादसे के बाद मलबे को हटाती जेसीबी।
पुलिस, SDRF और NDRF के जवान बिल्डिंग में फंसे लोगों को बाहर निकालते हुए।
बिल्डिंग के मलबे को हटाते एनडीआरएफ के जवान।
घटनास्थल पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ लगी है।
घायलों को उपचार के लिए पास के अस्पताल में ले जाया गया है।
दोपहर में 30 सेकेंड तक महसूस हुए भूकंप के झटके
मंगलवार दोपहर नेपाल में 5.8 तीव्रता का भूकंप आया। इसके झटके करीब 30 सेकेंड तक लखनऊ, बरेली, अयोध्या, गोरखपुर समेत यूपी के तकरीबन सभी शहरों में महसूस किए गए।