बिजली कर्मचारियों के समर्थन में राज्य कर्मचारी:बिजली विभाग के कर्मचारियों पर हुए उत्पीड़न के खिलाफ एकत्र हुए प्रदेश से सभी बड़े विभाग के कर्मचारी नेता, 28 को पूरे प्रदेश में प्रदर्शन

लखनऊ3 महीने पहले
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धरने में बैठे अलग - अलग विभाग के कर्मचारी और नेता। - Dainik Bhaskar
धरने में बैठे अलग - अलग विभाग के कर्मचारी और नेता।

बिजली कर्मचारियों पर लगे एस्मा, बर्खास्ती और बाकी कार्रवाई के मामले में राज्य कर्मचारी भी मैदान में कूद पड़े है। शुक्रवार को राज्य कर्मचारियों के साथ निकाय और निगमों के कर्मचारी इस मामले में प्रदर्शन किया। सरकार से बिजली कर्मचारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई को हटाने की मांग की गई। उसके बाद भी उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो कार्य बहिष्कार से लेकर हड़ताल पर जाने की कार्रवाई भी की जाएगी।

दरअसल, बिजली कर्मचारियों की हड़ताल के बाद ऊर्जा मंत्री ने घोषणा किया था कि कोई कार्रवाई नहीं होगी। उसके बाद भी निलंबन, निष्कासन और एफआईआर की कार्रवाई जारी है। इसको लेकर एक मंच बनाया गया है। मंच के संयोजक अमरनाथ यादव का कहना है कि बिजली कर्मियों के उत्पीड़न के विरोध में प्रदेश के सभी कर्मचारी महासंघ और कर्मचारी संयुक्त परिषद एक साथ आ गए हैं। अब पूरे प्रदेश में 28 मार्च को जिला स्तर पर दो घंटे का धरना होगा। उसके बाद भी हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो कर्मचारी बड़ा आंदोलन करने को विवश होगा।

18 लाख आंदोलन में उतर जाएंगे
संयुक्त मंच ने चेतावनी दी है कि यदि बिजली कर्मियों का उत्पीड़न समाप्त नहीं किया गया तो मंच और कठोर कार्रवाई करने को बाध्य होगा। इसमें प्रदेश के सभी 18 लाख कर्मचारी आंदोलन में शामिल होंगे।

धरने को संबोधित करते हुए जवाहर भवन- इंदिरा भवन कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सतीश पांडेय
धरने को संबोधित करते हुए जवाहर भवन- इंदिरा भवन कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सतीश पांडेय

इन कर्मचारी संगठनों ने दिया समर्थन

जवाहर भवन इन्दिरा भवन कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सतीश पाण्डेय, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष एनडी.द्विवेदी, स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष शशि कुमार मिश्रा, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष एसपी तिवारी, राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष मनोज मिश्र, अखिल भारतीय राज्य कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कमलेश मिश्र, उप्र चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष राम राज दुबे, परिवहन कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष गिरीश चन्द्र मिश्र, राज्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष हरिशरण मिश्र,

उप्र विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रिंकू राय, महासंघ के अध्यक्ष कमल अग्रवाल, पंचायती राज महासंघ के अध्यक्ष रामेन्द्र श्रीवास्तव, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष एसके रावत, हिन्द मजदूर सभा के अध्यक्ष उमाशंकर मिश्र, एटक के महामंत्री चन्द्रशेखर, सीटू के महामंत्री प्रेम नाथ राय, इंटक के दिलीप श्रीवास्तव, इन्सेफ के अध्यक्ष वीपी मिश्र, उप्र राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री शिवबरन यादव

यूपी इंजीनियर्स एसोसिएशन के महासचिव आशीष यादव, रामसेवक शुक्ला, वाईएन उपाध्याय, उप्र डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के महासचिव जीएन सिंह, उप्र राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष राम भजन मौर्य, पेंशनर्स एसोसियेशन के उपाध्यक्ष बीएल कुशवाहा, टीयूसीसी के उदय नाथ सिंह, प्राथमिक शिक्षक नेता रीना त्रिपाठी, चतुर्थ श्रेणी महासंघ के महामंत्री सुरेश सिंह यादव

जवाहर भवन इंदिरा भवन के महामंत्री राम कुमार धानुक, उपाध्यक्ष अमित खरे, कर्मेन्द कुमार, यूपी एग्रीकल्चर मिनिस्ट्रीयिल एसोसिएशन के अध्यक्ष धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, महामंत्री हेमन्त खड़का, संयुक्त मंत्री बंशीधर मिश्र, आफिक सिद्दीकी, उप्र राज्य कर्मचारी महासंघ, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के रेनू शुक्ला, लेखपाल संघ के अध्यक्ष राममूर्ति यादव, फार्मेसिस्ट एसोसियेशन के सुनील यादव ,अटेवा के नीरजपति त्रिपाठी समेत कई लोगों ने आंदोलन को समर्थन दिया।

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