प्रदेश में बढ़ते साइबर क्राइम को देखते हुए डीजीपी मुकल गोयल ने नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के हेल्पलाइन नंबर 155260 पर तुरंत फोन कर शिकायत दर्ज करने की अपील की है। इसके लिए उन्होंने ट्वीटर पर एक वीडियो भी जारी किया है। हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराते ही यूपी 112 मुख्यलाय में तैनात पुलिस कर्मी पीड़ित से संपर्क कर मदद करेंगे। इसके शुरू होने के बाद अब किसी पीड़ित को थाने के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। वहीं साइबर अपराध पर लगाम लगेगी।
112 से जोड़ी गई हेल्पलाइन, एक टीम कर रही लगातार निगरानी
डीजीपी मुकुल गोयल ने बताया कि पुलिस मुख्यालय के मुताबिक केंद्र सरकार के सिटीजन फाइनेंशियल फ्राड रिपोर्टिंग सिस्टम के तहत जारी राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 155260 को प्रदेश की यूपी 112 सेवा से जोड़ दिया गया है। साइबर ठगी होते ही कोई भी व्यक्ति 24 घंटे इस नंबर पर काल कर शिकायत दर्ज करा सकता है। उन्होंने बताया कि इस हेल्पलाइन के लिए उत्तर प्रदेश 112 के मुख्यालय में ही एक डेडिकेटेड कॉल सेंटर की स्थापना की गई है, जहां पर तैनात पुलिस कर्मी 24 घंटे पीड़ितों की समस्या सुनेंगे। उसके आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर मदद करेंगे।
थाने और बैंक के पीड़ित को नहीं लगाने होंगे चक्कर
अभी तक साइबर अपराध होने पर पीड़ित को लिखित शिकायत के साथ अपने क्षेत्रीय थाने और वहां से साइबर क्राइम सेल के कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते थे, इस हेल्पलाइन सेवा 155260 के शुरू होने के बाद अब किसी पीड़ित को थाने के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। बल्कि, हेल्पलाइन नम्बर पर फ्रॉड होने के तुरंत बाद फोन करके पर पीड़ित की मदद की जाएगी और साइबर अपराध का शिकार होने से बचा लिया जाएगा।
प्रदेश के साइबर थानों को किया जाएगा और एक्टिव
प्रदेश में साइबर के बढ़ते अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस के 1 6 परिक्षेत्र मुख्यालयों पर संचालित साइबर थानों को और एक्टिव किया जा रहा है। जिससे साइबर ठगों पर नकेल कसी जा सके।
हेल्पलाइन डेस्क पर सबसे ज्यादा केवाईसी के नाम पर ठगी की शिकायत
यूपी 112 हेल्प लाइन पर साइबर ठगी के सबसे ज्यादा मामले केवाईसी के नाम पर ठगी के आ रहे है। पिछले आठ महीने में 1765 शिकायतें इससे जुड़ी आईं। वहीं 650 के करीब एटीएम क्लोनिंग व हेल्प लाइन नंबर के एजेंट बनकर सहायता के नाम पर शिकायतें दर्ज हुई हैं।
इन नंबरों पर भी कर सकते हैं शिकायत, ये हैं साइबर थानों के सीयूजी नम्बर
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