राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके गोमती नगर में एक प्रॉपर्टी डीलर की हत्या का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि प्रॉपर्टी डीलर 26 अगस्त से विभूतिखंड स्थित मंत्री आवास के सामने मीना-इन होटल में 4 दोस्तों के साथ ठहरा हुआ था। मृतक के परिजनों का आरोप है कि होटल के कमरे में ही बेटे को उसके दोस्तों ने पीट-पीटकर मार डाला और बीते शनिवार (27 अगस्त) की शाम चुपके से शव को लोहिया अस्पताल की मोर्चरी में रखवाकर भाग गए। रविवार यानी आज विभूतिखंड थाने की पुलिस से उसकी मौत की जानकारी मिली।
26 अगस्त की दोपहर से बंद था प्रॉपर्टी डीलर का फोन, तीसरे दिन मिला शव
चिनहट के सपना सिटी क्षेत्र का रहने वाला रजत कुमार सेंगर(28 साल) उर्फ सनी पेशे से प्रॉपर्टी डीलर का काम करता था। मृतक रजत के पिता हरि सिंह ने बताया कि 26 अगस्त को दोस्तों से मिलने की बात कहकर बेटा घर से निकला था। दोपहर 12 बजे आखिरी बार बात होने पर रजत ने बताया कि स्कूटी खराब हो गई है, उसे सुषमा अस्पताल के पास ठीक करवा रहा है। इसके बाद फोन बंद हो गया। 28 अगस्त की सुबह विभूतिखंड थाने के एक दरोगा ने फोन करके बताया कि आपके बेटे रजत की मौत हो गई है।
होटल मालिक के बेटे ने फोन कर रजत को बुलाया था
मृतक के पिता के मुताबिक, होटल मीना-इन के मालिक प्रमोद गुप्ता के बेटे अनमोल और जतिन, बेटे रजत के दोस्त हैं। 25 अगस्त की रात जतिन ने बेटे रजत को फोन करके मिलने के लिए बुलाया था, मगर उसने जाने से मना कर दिया। 26 की सुबह से जतिन लगातार उसे कॉल कर रहा था। उसके बुलाने पर ही वह घर से निकला था।
5 लोगों के लिए होटल में 4 कमरे बुक थे
मृतक के पिता के मुताबिक, पुलिस की सूचना मिलने के बाद वह होटल मीना-इन पहुंचे। वहां पता चला कि 26 अगस्त को ही रजत के साथ सलभ सिंह, उपेंद्र राय, अमन सिंह और विनोद तिवारी के लिए 4 कमरे बुक किए थे। जिसमें रजत और सलभ सिंह 203 नंबर कमरे में ठहरे थे, जबकि उपेंद्र राय 201, अमन सिंह 202 और विनोद तिवारी कमरा नंबर 105 में ठहरा हुआ था।
भाई बोला- पार्टी के दौरान गई छोटे की जान
मृतक के बड़े भाई देवेंद्र ने बताया कि छोटा भाई रजत अक्सर इन्हीं दोस्तों के साथ मीना-इन होटल में रुकता था। इस बार पार्टी करने के दौरान हुए विवाद में उसकी हत्या कर दी गई। आरोपियों ने 27 अगस्त की शाम को शव लोहिया अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया।
पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध
मृतक के परिजनों का आरोप है कि विभूतिखंड पुलिस को मामले की जानकारी पहले ही हो गई थी। मगर पुलिस आरोपियों को बचाने के लिए घटना को छुपाए बैठी रही। इससे विभूतिखंड पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। आशंका है कि पुलिस की मदद से होटल के CCTV फुटेज भी गायब कर दिए गए होंगे। रजत के पिता ने कहा कि वह सीधे पुलिस कमिश्नर को बेटे की हत्या की तहरीर देंगे, ताकि पुलिस की भूमिका की भी जांच हो सके। इंस्पेक्टर विभूतिखंड चंद्रशेखर का कहना है कि उन्हें खुद मामले की जानकारी 28 अगस्त को हो पाई।
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