लखनऊ के लेवाना सुइट्स होटल अग्निकांड में कारोबारी की पिस्टल चोरी होने की एफआईआर 23 दिन बार दर्ज हुई। जिस रात होटल में आग लगी। वहां कारोबारी दीपांशु कौशिक भी ठहरे हुए थे। आग लगने के बाद दीपांशु ने पिस्टल की मदद से शीशा तोड़ा था। उनके मुताबिक पिस्टल वहीं छूट गई थी। 6 सितंबर को उन्होंने हजरतगंज कोतवाली में लाइसेंसी पिस्टल की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 23 दिन तक पिस्टल नहीं मिलने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। अब 2 पुलिस टीमों को पिस्टल ढूंढने के लिए जिम्मेदारी दी गई है।
नोएडा के कारोबारी है दीपांशु
पीड़ित दीपाशुं कौशिक के मुताबिक नोएडा में उनका कारोबार है। कारोबार के सिलसिले में 4 सितंबर को नोएडा से ऑफिस के काम से लखनऊ आए थे। हजरतगंज इलाके में होटल लिवाना सुइट्स की तीसरी मंजिल पर 303 नंबर कमरा बुक करवाया। रात में उन्होंने दूध मंगाकर पिया। उसके बाद वह सो गए।
उन्होंने बताया कि सुबह करीब 8 बजे कमरे में सांस लेने में दिक्कत होने लगी। दरवाजा खोला तो धुआं कमरे में भर गया। निकलना मुश्किल हो गया। दीपाशुं ने बताया की खिड़की शीशा तोड़ने के लिए उन्होंने काफी मेहनत की, लेकिन नहीं टूटा। उन्होंने तकिया के पास रखी पिस्टल को निकाला। उसकी बट से 10 से 15 वार करने के बाद शीशा टूटा और तब जाकर वह बाहर निकल सके। लेकिन पिस्टल उनकी अंदर ही छूट गई।
पुलिस को बाकी सामान कमरे में मिला
उन्होंने हालात सामान्य होने पर पुलिस को सूचना दिया। पुलिस ने उनके कमरे का सारा सामान निकाल कर तो दिलवा दिया। मगर उसमें पिस्टल नहीं मिली। काफी तलाश की गई फिर भी नहीं मिली। इस पर 6 सितंबर को पिस्टल की गुमशुदगी दर्ज करवाया। 23 दिनों में भी पिस्टल नहीं मिली, तो बृहस्पतिवार को मुकदमा दर्ज कर लिया। प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज अखिलेश मिश्रा के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है।
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