उत्तर प्रदेश में फिदायीन हमलों की तैयारी के तार दिल्ली में पिछले साल पकड़े गए आतंकी अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम से जुड़ रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस के आसपास दिल्ली के वीआईपी इलाकों में विस्फोट करने पहुंचे मुस्तकीम की साजिश पुलिस की चौकसी की वजह से फेल हो गई थी और वह गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन उसके दो साथी भागने में कामयाब हो गए थे। मुस्तकीम यूपी के बलरामपुर जिले का रहने वाला है। उसने जिस प्लानिंग की जानकारी दी थी, ठीक वह जानकारियां लखनऊ से गिरफ्तार आतंकी मिनहाज और मसीरुद्दीन से भी पूछताछ में मिल रही हैं। यह लोग भी मानव बम बनने को तैयार थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल लखनऊ में डेरा डाले हुए है।
मुस्तकीम ने भूमि पूजन से पहले अयोध्या में ब्लास्ट का बनाया था प्लान
दिल्ली पुलिस ने 22 अगस्त 2020 को धौलाकुआं इलाके से ISIS द्वारा संचालित इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस (ISKP) के खुरासान मॉड्यूल के ऑपरेटिव अबु यूसुफ को गिरफ्तार किया था। लेकिन उसके दो साथी चकमा देकर भाग निकले थे। यूसुफ के पास से दो प्रेशर कुकर में IED और 15 किलो बारूद बरामद हुआ था। कड़ाई से पूछताछ करने पर यूसुफ ने अपना पता यूपी के बलरामपुर जिले में उतरौला थाना क्षेत्र के बढ़ाया भैसही गांव बताया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और ATS की टीम उसे लेकर उसके गांव पहुंची तो पता चला कि उसका असली नाम मुस्तकीम है। उसके घर से दो मानव बम जैकेट, एक मानव बम बेल्ट और भारी मात्रा में IED व बारूद बरामद किया गया। मुस्तकीम ने बताया था कि दिल्ली में हमला करने के बाद उसे अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन से पहले विस्फोट करने का टास्क दिया गया था।
लखनऊ के साथियों के लिए बनाए थे मानव बम?
पुलिस की छानबीन में पता चला था कि दिल्ली जाने के लिए मुस्तकीम घर से अकेला निकला था। लखनऊ पहुंचकर किसी से मिला था। दिल्ली पुलिस ने उसे पकड़ा तो उसके पास से गाजियाबाद के नंबर की बाइक भी मिली। माना जा रहा है कि मुस्तकीम के दोनों फरार साथी मिनहाज और मसिरुद्दीन हो सकते हैं। उसके घर से जो मानव बम जैकेट बरामद हुए वह इन्हीं दोनों के लिए तैयार किया था।
तीनों का एक जैसा मकसद और वारदात का तरीका बढ़ा रहा शक
आकाओं को लेकर असमंजस में हैं सुरक्षा एजेंसियां, पुख्ता सबूत की तलाश
दिल्ली में पकड़े गए मुस्तकीम का हैंडलर अबु हुफैजा अल पाकिस्तानी था, जिसकी कुछ साल पहले एक ड्रोन हमले में हत्या की खबर फैली थी। लेकिन हुफैजा के बारे सुरक्षा एजेंसियों को कोई खास जानकारी नहीं मिल पाई थी। मिनहाज और मसीरुद्दीन को अलकायदा समर्थित गजवात-उल-हिन्द का हैंडलर उमर हलमंडी ऑपरेट कर रहा था जिसके बारे ATS को अभी तक कोई ठोस जानकारी नही मिली है। सुरक्षा एजेंसियां यह पुख्ता करने में जुटी है कि यूपी में तैयार किये जा रहे फिदायीनों को अलग हैंडलर ऑपरेट कर रहे हैं या एक ही हैंडलर अलग-अलग नाम से उन्हें कमांड कर रहा है। इसके लिए मुस्तकीम और मिनहाज के बताए हुलिए से हलमंडी और हुफैजा के स्केच बनवाए जा रहे हैं।
मिनहाज व शकील के यूसुफ के फरार साथी होने की चर्चा
एटीएस सूत्रों के मुताबिक अभी तक की जांच में मिनहाज व शकील के यूसुफ से संबंध होने के कुछ तथ्य सामने आए हैं। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि यह लोग यूसुफ के माध्यम से मानव बम जैकेट हासिल करने की फिराक में थे।
अब तक 5 संदिग्ध आतंकी पकड़े गए
बीते रविवार को मिनहाज और मसीरुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद से अब तक ATS ने बुधवार को तीन और संदिग्धों को पकड़ा है। इनमें शकील, मुस्तकीम और मुईद शामिल हैं। इन तीनों पर असलहा, बारूद उपलब्ध कराने का आरोप है। वहीं, सूत्रों के मुताबिक, कानपुर से लईक और आफाक को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है।
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