LU यानी लखनऊ विश्वविद्यालय में मंगलवार को प्रदेश में प्रस्तावित G-20 समिट को लेकर एक अहम बैठक हुई।प्रदेश सरकार और LU के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित इस बैठक में प्रदेश भर के करीब 150 से ज्यादा आर्थिक विशेषज्ञ और एक्सपर्ट्स पहुंचे।
इस दौरान यूपी के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि इस बैठक से दुनिया को सशक्त और आत्मनिर्भरता से भरपूर नए भारत की छवि दिखेगी। उन्होंने बताया कि G-20 देशों के समूह में विश्व की 85% GDP का शेयर हैं। साथ ही दुनिया भर के के 75% व्यापार भी इन्ही देशों में होता हैं। बड़ी बात यह भी हैं कि विश्व की दो-तिहाई जनसंख्या भी इसी में शामिल हैं।
विकसित देशों की अच्छाईयों को ग्रहण करना का अवसर
चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि आजादी के अमृत काल में देश के सामने यह बड़ा अवसर आया है जो हर भारत वासियों के लिए गर्व की बात है। वित्तीय समावेशन, सभी के लिए मकान, डिजिटल पेमेंट, आयुष्मान योजना, रिनेवेबले इनर्जी, योग आयुर्वेद के क्षेत्र में प्रदेश और देश ने बड़ी तरक्की की है। महिला सशक्तिकरण से बढ़कर महिला आधारित विकास के बात हो रही है। इन सभी सकारात्मक परिवर्तनों से G-20 देशों को अवगत कराना हैं। और उनकी अच्छाइयों से सिख लेनी हैं। विकसित देश होने के लिए यह देश के लिए बहुत बड़ा अवसर है। इस अवसर पर परंपरा, संस्कृति, विरासत और महत्वपूर्ण उपलब्धियों को देश- दुनिया के सामने रहना होगा।
उच्च शिक्षा के अपर मुख्य सचिव सुधीर एम बोबड़े ने कहा कि G-20 की अध्यक्षता दर्शाता है कि वसुधैव कुटुंबकम की भावना से भरे भारत की साख और धाक दोनों बढ़ रही है। भारत पूरे विश्व को एक समान उद्देश्य के लिए एक बेहतर भविष्य के लिए साथ लाने के विजन पर काम कर रहा है। G-20 की अध्यक्षता का आयोजन सभी देशवासियों का आयोजन है।
उत्तर प्रदेश G20 के समन्वयक और लखनऊ विश्वविद्यालय अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो.एमके अग्रवाल ने कहा कि भारत का ग्रोथ मॉडल नए समावेशी ग्रोथ मॉडल को जन्म देता है। भारत मे सबसे तेजी से वैक्सीनेशन हुआ। इनकुलिसिव डेवलपमेन्ट स्ट्रेटजी से विकास में अंतिम पायदान के व्यक्ति का भी साथ मिला हैं। स्वछता के कारण आर्थिक समृद्धि बढ़ीं हैं।कैपेबिलिटी फॉर्मेशन हो रहा है। एलपीजी और स्वच्छ्ता मिशन से टूरिस्ट्स बढ़ें है। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य-शिक्षा और वित्तीय सशक्तिकरण बढ़ा है। स्वरोजगार के नए स्रोत सृजित हुए है। ट्रिलियन इकोनॉमी के लिए यूपी नया ग्रोथ इंजन बनकर उभरा हैं।
मनोहर पार्रिकर इंस्टिट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस की डॉ.स्वास्ति राव ने कहा कि पूरा देश G-20 ट्रॉयका पद्धति पर काम कर रहा है। यूनाइटेड नेशन से दुनिया का भरोसा उठ रहा है। साल 2023 को पूरे विश्व में मोटे अनाज वर्ष की रूप में मना रही है। वैश्विक भुखमरी को समाप्त करने के लिए भारत कार्य कर रहा है। डिजिटल इकोनॉमी से देश आगे बढ़ रहा है।
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