लखनऊ के राजभवन का एक वीडियो सामने आया है। यहां गणतंत्र दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन था। इसमें शामिल होने के लिए CM योगी, डिप्टी CM ब्रजेश पाठक और अन्य मंत्री पहुंचे थे। मंच पर ब्रजेश पाठक के बगल में दानिश आजाद बैठने ही वाले थे। लेकिन, उन्हें MLC और पूर्व मंत्री मोहसिन रजा ने रोक दिया।
वीडियो में दिख रहा है कि डिप्टी सीएम पाठक के बगल की कुर्सी पर दानिश आजाद बैठने जा रहे थे। तभी अचानक मोहसिन रजा जल्दबाजी में आते हैं। वह दानिश का हाथ पकड़कर उनको बगल वाली कुर्सी में बैठने के लिए कहते हैं।
मोहसिन 3-4 बार इशारा करते हैं। पहले तो दानिश कुछ देर तक उनकी तरफ देखते हैं। फिर वह बगल वाली कुर्सी में शिफ्ट हो जाते हैं। जबकि मोहसिन खुद डिप्टी सीएम पाठक के बगल वाली कुर्सी में बैठ जाते हैं। इस दौरान मंच पर सीएम योगी भी बैठे हुए हैं।
इस दौरान अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद असहज दिखे। किसी ने इस घटना का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। विपक्षी दल के नेताओं ने इसे शेयर करना शुरू कर दिया है।
'डिप्टी सीएम के साथ बात कर रहा था, इसलिए बगल में बैठा'
वीडियो वायरल होने के बाद मोहसिन रजा ने सफाई दी। उन्होंने कहा, "कोई विशेष बात नहीं है। डिप्टी सीएम से बात कर रहा था, इसलिए वहीं बैठ गया। इसके अलावा वहां पर कोई ऐसा प्रोटोकॉल नहीं था। जल्दबाजी में यह हुआ। दानिश आजाद भी इस बात से सहमत थे, तो वह बगल वाली सीट पर बैठ गए।"
इस पर क्या बोला जाए-दानिश आजाद
इस मसले पर मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा, "कुछ कहने जैसी बात ही नही हैं। अब इस पर क्या बोला जाए? यह ऐसी कौन-सी बड़ी बात हैं, जिस पर चर्चा हो।" बता दें कि योगी सरकार के पहले मंत्रिमंडल में मोहसिन रजा को शामिल किया गया था। वहीं, दूसरे मंत्रिमंडल में उन्हें न शामिल करके दानिश आजाद अंसारी को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बनाया गया है।"
यूजर्स बोले- गजब बेइज्जती है
वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स कमेंट्स कर रहे हैं। एक यूजर ने ट्वीट कर लिखा-गजब बेइज्जती है। योगी और डिप्टी सीएम के बगल में बैठने की धुन में पूर्व मंत्री मोहसिन रजा ने मौजूदा मंत्री दानिश आजाद अंसारी को धकिया दिया। कहां गया शिष्टाचार और प्रोटोकॉल?
वहीं, सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमीक जमई ने सोशल मीडिया पर लिखा- 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ कि गैर बराबरी मिटे। पसमांदा/पिछड़ा मंत्री दानिश आजाद अंसारी को 26 जनवरी को कोई धक्का दे, यह कैसा गणतंत्र दिवस? पिछड़ों को स्टूल या आखिरी लाइन में रखना चाहते हैं।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.