प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान SGPGI में शुक्रवार को 26वां कॉन्वोकेशन का आयोजन हुआ। यूपी यात्रा के दूसरे दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कार्यक्रम में अपनी पत्नी सविता कोविंद के साथ पहुंचे। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं। यहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि यूपी के अलावा अन्य प्रदेशों के लोगों को भी अब इलाज के लिए दिल्ली पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है। 4 दशक से कम समय में SGPGI संस्थान ने चिकित्सा शिक्षा में अपनी धाक जमाई है। मेडिकल कैटेगरी में NIRF(नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क) रैंकिंग में 5 आना इसकी खास उपलब्धि का परिचायक है।
राष्ट्रपति ने कहा कि कोरोना वायरस से फाइट के लिए चिकित्सकों का रोल अहम रहा है। आपकी लैबोरेटरी ने 30 जिलों में 20 लाख से ज्यादा RT PCR टेस्ट किया। कोविड से जंग अभी जारी है। मास्क एंड सोशल डिस्टेंस फर्स्ट लाइन बचाव है। वैक्सीनेशन सबसे बेहतर बचाव होगा। यूपी में 6 करोड़ 70 लाख से ज्यादा वैक्सीनेशन कराने के लिए जो भी इस काम में लगे हैं। सभी बधाई के पात्र हैं, पर अभी इसे और आगे बढ़ाना है।
कोविंद बोले- स्वास्थ्य में योगा का अद्भुत योगदान
कोविंद ने आगे कहा कि टेलीमेडिसिन में संस्थान पायनियर रहा है। रिसर्च के अलावा मरीजों के इलाज में भी संस्थान का अहम योगदान है। अब समय आ गया है कि प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेज को भी आप इसी लायक बनाएं। सीएम प्रदेश में कई मेडिकल कॉलेज खोल रहे हैं, उनको बनाने में आप सहयोग करें। स्वास्थ्य में योगा का अद्भुत योगदान है। जो बीमार है और उपचार ले रहे हैं, उनके लिए डॉक्टर एंजिल (देवदूत) से कम नहीं हैं। आपका संस्थान विश्व स्तरीय है, इसलिए मैंने यहां अंग्रेजी में उद्बोधन दिया है। आप लोग लखनऊ या यूपी तक सीमित न रहे, आपकी जरूरत देश व दुनिया को भी है।
राज्यपाल - कोरोना महामारी में चिकित्सकों का बहुमूल्य योगदान
इससे पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि पदक विद्यार्थियों से कहना चाहूंगी कि मानवीय संवेदनाओं जैसे गुणों को अपने में समाहित करना है। क्योंकि मानवता के प्रति संवेदनशीलता का भाव ही आपको सामाजिक उत्तरदायित्व का बोध कराएगा और यही आपके विचारों को परिपक्व करेगा। मेरी कामना है कि आप सभी बेस्ट चिकित्सक बनें। मरीजों का विश्वास जीतें, गरीब व निर्धन लोगों की विशेष सेवा करें। वैश्विक महामारी कोरोना में चिकित्सकों, नर्सों, पैरामेडिकल स्टाफ और वैक्सीन बनाने में लगे वैज्ञानिकों ने जन सेवा में बहुमूल्य योगदान दिया है। सभी के सहयोग से ही अन्य विकसित देशों की तुलना में इस महामारी से संक्रमितों की संख्या और मृत्यु दर कम रही है। अभी भी इस महामारी का संकट टला नहीं है। केंद्रीय मंत्रालय के तहत नेशनल इंस्टीट्यूट आफ डिजास्टर मैनेजमेंट लगातार कोविड 19 महामारी की देश में तीसरी लहर चेतावनी व लड़ने की तैयारियां कर रहा है।
इन्हें मिले मेडल -
SGPGI के निदेशक प्रो.आरके धीमन ने बताया कि साल भर अचीवमेंट व फ्यूचर के एक्शन प्लान का ब्योरा देते हुए दावा किया। साथ ही कहा कि अगले 2 महीने के बाद यानी नवंबर 2021 तक संस्थान इमरजेंसी मेडिसिन विभाग व एयर एम्बुलेंस की सुविधा युक्त किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर शुरु करेगा। इसके अलावा इसी साल एडवांस डायबिटिक सेंटर का निर्माण शुरु होगा। इसके बनने से एक ही छत के नीचे मधुमेह रोगियों को सभी चिकित्सा सुविधा मुहैया होगी। इसके अलावा लिवर प्रत्यारोपण को गति देने के लिए हेपेटालॉजी विभाग का प्रारंभ किया जा चुका है।
देश का सबसे बड़ा टेली आईसीयू -
SGPGI के निदेशक प्रो.आरके धीमन ने बताया कि इनके अलावा पहली सितंबर से संस्थान में ई-ऑफिस की शुरुआत होने जा रही है।हब व स्पॉक मॉडल पर आधारित टेली आईसीयू का निर्माण किया जा रहा है।जिसमे SGPGI एक हब के रुप के तौर पर यूपी के 6 पुराने मेडिकल कॉलेज (गोरखपुर ,कानपुर ,प्रयागराज, झांसी,मेरठ, आगरा के 200 आईसीयू बेड जोड़ेगा।भारत के किसी भी राज्य में अब तक यह सबसे बड़ा टेली आईसीयू होगा।
महामहिम बोले- VIP के लिए आम लोग परेशान न हों
बता दें, इस कार्यक्रम से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद लखनऊ के कैप्टन मनोज पांडेय सैनिक स्कूल के हीरक जयंती समारोह में शामिल हुए थे। यहां राष्ट्रपति ने VIP के लिए देर तक ट्रैफिक रोके जाने पर खेद जताया। कहा कि मेरी यात्राओं के कारण यातायात में आम नागरिकों को जो असुविधा होती है। उससे मुझे पीड़ा है। मेरा सुझाव है कि मेरे कार्यक्रम से 15 मिनट पहले ट्रैफिक को नियंत्रण करना ठीक है, लेकिन बहुत पहले ऐसा करने से बचना चाहिए। साथ ही इस दौरान एंबुलेंस व अन्य आपातकालीन वाहनों को निकलने से नहीं रोकना चाहिए। ऐसा मेरे साथ ही नही मुख्यमंत्री और राज्यपाल के लिए भी होना चाहिए।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.