यूपी में 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले आज भाजपा ने सपा को बड़ा झटका दिया है। सपा के चार एमएलसी भाजपा में शामिल हो गए। उनमें सबसे बड़ा नाम सपा सरकार में मंत्री रहे नरेंद्र भाटी का है। साल 2013 में वे PCS दुर्गा शक्ति नागपाल से से विवाद के बाद चर्चा में आए थे। तब भाजपा ने कानून व्यवस्था को लेकर नरेंद्र भाटी को आड़े हाथों लिया था और सपा के खिलाफ पूरे प्रदेश में मुद्दा बनाया था।
भाटी के अलावा पूर्व पीएम चंद्रशेखर के पौत्र रविशंकर सिंह, गोरखपुर के रहने वाले सीपी चंद और झांसी से सपा एमएलसी आरती निरंजन भी भाजपा में शामिल हो गईं। इस मौके पर दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा मौजूद थे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सपा के चारों एमएलसी को पार्टी की सदस्यता दिलाई। एक टीवी चैनल से बात करते हुए एमएलसी नरेंद्र भाटी ने कहा कि अब सपा मुलायम सिंह यादव की नहीं रही। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव ने कहा कि आज अखिलेश यादव को नींद नहीं आएगी। सपा के इन नेताओं के आने से भाजपा को ताकत मिली है। अब इनसे उम्मीद है कि सपा में जो इनके मित्र हैं उनको आप भाजपा में लाएंगे।
जब मजदूर प्रवासी सड़क पर थे, तब अखिलेश कहां थे?
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि जहां शांति होती है, वहीं विकास होता है। भारत का प्रधानमंत्री अब त्रिपुंड लगाता है। गरीब का सम्मान करता है। उन्होंने अखिलेश यादव के आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे जाने पर भी हमला बोला। कहा कि अखिलेश यादव एक्सप्रेस-वे पर निकल रहे हैं। कोरोना के समय भी निकलना चाहिए था। जब मजदूर प्रवासी सड़क पर निकले थे तब सपा कार्यकर्ता कहां गए थे। अखिलेश अब घर से न निकलें, आराम करें।
नरेंद्र भाटी की वजह से IAS और सरकार में ठन गई थी
साल 2013 में आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल को सस्पेंड कराने के बाद नरेंद्र भाटी देश मे भर में चर्चा का केंद्र बन गए थे। आईएएस लॉबी और सरकार में टकराव की स्थित पैदा हो गई थी, सपा के महासचिव राम गोपाल यादव तो यहां तक कह दिया था कि केंद्र अपने अधिकारियों को वापस बुला ले मैं PCS अधिकारियों से काम चला लूंगा। दुर्गा शक्ति नागपाल को नरेंद्र भाटी के करीबी खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करना मंहगा पड़ गया था।
दुर्गा शक्ति नागपाल को नरेंद्र भाटी के कहने पर सीएम रहे अखिलेश यादव ने सस्पेंड कर दिया था। नरेंद्र भाटी ने नोएडा में एक सभा के दौरान 41 मिनट में आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल को सस्पेंड कराने का दावा किया था। दावे का वीडियो वायरल होने के बाद में नरेंद्र भाटी के मुद्दे को भाजपा ने कानून व्यवस्था को लेकर बड़ा मुदा बनाया था, लेकिन आज वही भाजपा नरेंद्र भाटी को पार्टी में शामिल कर लिया और आने वाले समय एमएलसी उम्मीदवार बना सकती है। नरेंद भाटी मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी रहे हैं7 2012 में अखिलेश सरकार बनाने के बाद यूपी एग्रो के चेयरमैन बने और उनको कैबिनेट मंत्री दर्ज दिया गया।
अन्य तीन एमएलसी का प्रोफाइल
रविशंकर सिंह: पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह के पौत्र हैं। तीन बार से MLC हैं। बलिया से आते हैं।
सीपी चंद: पूर्व मंत्री मार्कंडेय चंद के बेटे हैं। वर्तमान में MLC हैं।
रमा निरंजन: खुद एमएलसी और पॉलिटेक्निक टीचर हैं। झांसी से आती हैं।
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