पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोपी सेना के पूर्व जवान के खिलाफ NIA ने मंगलवार को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। सूचनाओं के बदले फंड देने वाले ISI एजेंट के खिलाफ भी आरोप तय किया गया है। मामले की सुनवाई NIA की विशेष अदालत कर रही है।
बीमारी का बहाना बनाकर छोड़ी थी नौकरी
पिछले साल सेना की गोपनीय जानकारियां लीक होने की जानकारी पर मिलिट्री इंटेलिजेंस ने छानबीन की तो आर्मी में सिग्नल मैन के पद पर तैनात रह चुके सौरभ शर्मा का नाम सामने आया था। जांच में पता चला कि चिकित्सकीय करणों से नौकरी छोड़ चुका सौरभ ISI की हैंडलर महिला के संपर्क में है। नेहा शर्मा बनकर उसने सौरभ को फसाया और सेना के रेडार, खुफिया रास्तों और उपकरणों की जानकारियां उससे हासिल करती रही।
पत्नी के खातों में आता था ISI का फंड, 11 जनवरी को पकड़ा गया था
सुरक्षा एजेंसियों ने पड़ताल की तो पता चला कि सौरभ को सूचनाएं लीक करने के एवज में हर महीने पाकिस्तान से रुपये भेजे जा रहे हैं। यह रुपये उसकी पत्नी पूजा के खाते में आते थे। पूजा के बैंक खातों की जांच में बड़ी रकम का ट्रांजेक्शन पाया गया। जांच में पता चला कि सौरभ को यह रुपये ISI एजेंट गुजरात के गोधरा निवासी अनस याकूब गितेली के जरिये पहुचाये जा रहे थे। इसके बाद 8 जनवरी 2021 को लखनऊ गोमतीनगर स्थित ATS थाने में दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद 11 जनवरी को पुलिस ने सौरभ को मेरठ और गितेली को गोधरा से गिरफ्तार किया था।
इन धाराओं के तहत बनाया गया अरोपी
NIA अधिकारियों के मुताबिक पूर्व सैनिक सौरभ शर्मा के खिलाफ आईपीसी की धारा 123, 201, 120बी, शासकीय गोपनीय अधिनियम की धारा 3 व 5 और विधि विरुद्ध क्रिया कलाप अधिनियम की धारा 18 के तहत आरोप पत्र दाखिल किया गया। ISI एजेंट अनस याकूब गितैली को आईपीसी की धारा 123, 201, 120बी, शासकीय गोपनीय अधिनियम की धारा 9 व विधि विरुद्ध क्रियाक्लाप अधिनियम की धारा 17 व 18 के तहत आरोपित किया है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.