उत्तर प्रदेश में भी अब खालिस्तानी आतंकियों का नेटवर्क सक्रिय हो गया है। आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) ने यूपी के शूटरों की फौज तैयार कर ली है। ये शूटर्स पंजाब और यूपी में दहशत फैलाने में जुट गए हैं। रंगदारी और फिरौती के जरिए आतंकी संगठन के लिए पैसा जुटाने की जिम्मेदारी इन्हें दी गई है।
खालिस्तानी आतंकवादी अर्शदीप सिंह, चरणजीत सिंह और रमनदीप सिंह को मेरठ और मुजफ्फरनगर में ट्रेस किया गया है। इसके लिए नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने गुरुवार को दोनों जिलों के कई जगहों पर छापेमारी की। पंजाब में भी इनके 7 संभावित ठिकानों पर भी छानबीन हुई। इनके खिलाफ पंजाब के मोगा में जबरन रंगदारी वसूलने का मुकदमा दर्ज किया गया है। NIA की प्रवक्ता जोया राय ने बताया कि छापेमारी में कारतूस, नशीला पदार्थ, कॉम्पैक्ट ड्राइव सहित डिजिटल उपकरण, मोबाइल फोन, सिम कार्ड और कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए।
NDPS में दर्ज है FIR
NIA की प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मेरठ व मुजफ्फरनगर और पंजाब के बरनाला, मोगा, फिरोजपुर में छापेमारी कर तलाशी ली गई। उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस से मिली सूचना के आधार पर मोगा निवासी अर्शदीप सिंह, बरनाला के चरणजीत सिंह और फिरोजपुर के रमनदीप सिंह के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सबस्टेंस (NDPS) अधिनियम, शस्त्र अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धाराओं के तहत मई में पंजाब के मोगा में मामला दर्ज किया गया था। तीनों गिरोह बनाकर लोगों को धमकाकर रंगदारी वसूल रहे थे।
यूपी के शूटरों को गिरोह में शामिल कर चला रहे थे गैंग
NIA अधिकारियों के मुताबिक, अर्शदीप, चरनजीत और रमनदीप भारत सरकार की ओर से घोषित खालिस्तानी आतंकवादी हैं। इन्हें भारी मात्रा में गोला बारूद के साथ गिरफ्तार किया गया था, लेकिन तीनों जेल से फरार हो गए थे। इसके बाद खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के प्रमुख हरदीप सिंह के करीबी सहयोगी ने इन्हें पंजाब और उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर और शूटरों से मिलवाया। इन शूटरों के साथ मिलकर तीनों ने नया गिरोह बनाकर रंगदारी वसूलना शुरू कर दिया। इन्होंने पंजाब के तीन व्यापारियों हत्या कर दी और कई अन्य को निशाना बनाया है।
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