लखनऊ में चल रहे महिंद्रा सनतकदा फेस्टिवल के दूसरे दिन की शुरुआत रक्स-ओ-मौसिकी वॉक्स और टूर्स से हुई। सुबह 8 बजे से शुरू हुई वॉक में अमित मिसरा पार्टिसपेेन्ट्स को बेगम अख्तर की मजार ले गए। वहां उन्होंने सभी को मशहूर गजल गायिका की जिंदगी से रूबरू कराया और श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पं. बिरजू महाराज के जन्म दिन पर पार्टिसपेेन्ट्स को बिंदादीन की ड्योढ़ि ले जाया गया जहां सभी ने कथक के उस्ताद को याद किया।
सबा दीवान ने अपनी आने वाली किताब के कुछ अंश के जरिए तवायफ शब्द का स्त्रोत बताया। उन्होंने बताया कि तवायफों ने अपने परिवारों को कैसे दो वक्त की रोटी नसीब कराई पर संगीत की दुनिया में कभी भी उन्हें इज्जत नहीं मिली। इस दौरान बारादारी के चबूतरे पर फिल्म और अन्य धुनों पर सितार-सारंगी की जुगलबंदी खूब पसंद की गई।
फेस्टिवल के दूसरे दिन सूरज ढलते ही हैदर बक्श सूफियाना कव्वाली ने महफिल जमाई। साथ ही टी.एम. कृष्ण ने कला मंडपम में कर्नाटक संगीत परफॉर्म किया। इनके अलावा हैन्डीक्रैफ्ट, विभिन्न राज्यों के कपड़ों और बर्तनों के स्टॉल पर खूब भीड़ जुटी। खासकर बावर्ची टोला (फूड सेक्शन) ने लोगों को काफी आकर्षित किया। सलेमपुर हाउस में बने इस सेक्शन में लोगों ने लखनऊ समेत देश के कई राज्यों के जायके का मजा लिया।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.