उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों से पहले समाजवादी पार्टी युवाओं को साधने की तैयारी कर रही है। पिछले दिनों सपा मुखिया अखिलेश यादव ने रिसर्च स्कॉलर छात्रों से मुलाकात की थी। अखिलेश ने उनसे कहा है कि वे खुद एक मसौदा तैयार कर बताएं कि अगली सरकार से उनकी क्या अपेक्षा है? वे अपने लिए क्या चाहतें है?
इसके लिए उप्र के अलग - अलग विश्वविद्यालय के रिसर्च स्कॉलर की टीम तैयार की जा रही है। बताया जा रहा है कि इसमें देश की टॉप यूनिवर्सिटी के भी कुछ छात्रों को लिया जा रहा है, जिनका स्थायी निवास उप्र है। यह लोग छात्रों से पढ़ाई, रोजगार, कानून व्यवस्था समेत कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे। उसके बाद एक प्रस्ताव तैयार करेंगे। यह मसौदा अखिलेश यादव के सामने रखा जाएगा।
घोषणा पत्र में शामिल होगी युवाओं की मांग
बताया जा रहा है कि युवाओं की मांग को सपा इस बार अपने घोषणा पत्र में शाामिल करना चाहती है। वजह यह है कि 18 से 30 साल के वोटर की संख्या करीब 30 फीसदी है। ऐसे में हर दल युवाओं को टारगेट करने में लगा है। सपा इनके लिए विशेष घोषणा पत्र बनाने की तैयारी कर रही है। जिससे ज्यादा से ज्यादा युवाओं को अपने पक्ष में खड़ा कर सके।
रोजगार बना बड़ा मुद्दा
पिछले छह महीने से उप्र में रोजगार के मसले पर अलग - अलग संगठन लगातार प्रदर्शन और धरना दे रहे है। इसमें शिक्षक, दारोगा, ग्राम रोजगार से लेकर आंगनबाड़ी की भर्तियों के आवेदक शामिल हैं। इसमें सरकार पर लगातार हमला भी हो रहा है। यहां तक की मंत्रियों से लेकर सत्ताधारी दल बीजेपी की प्रदेश कार्यालय तक घेराव भी हुआ है। इस लड़ाई में ज्यादातर ओबीसी और एससी वर्ग के छात्र शामिल है। सपा इसी नाराजगी को अपने पक्ष में करने की तैयारी कर रही है।
20 छात्रों के साथ तैयार कर रहे मसौदा
लखनऊ विश्वविद्यालय के लिंग्विस्टिक विभाग के पीएचडी छात्र मानवेंद्र प्रताप अपने करीब 20 साथियों के साथ मसौदा तैयार कर रहे हैं। इसमें आगरा विवि, डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ, वर्धा विवि में शोध कर रहे यूपी के छात्र समेत कई विश्वविद्यालयों के स्कॉलर की टीम शामिल है। बताया जा रहा है कि इलाहाबाद और बनारस में पहले से टीम काम कर रही है।
प्रमुख मुद्दे...जिन्हें घोषणा पत्र में किया जा सकता है शामिल
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