आईआईएम रोड से समता मूलक चौराहे तक बनने वाले ग्रीन कॉरिडोर का काम दीपावली तक शुरू हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट के बाद 30 किलोमीटर का सफर करीब 20 किलोमीटर कम हो जाएगा। इससे समय की बचत के साथ लोगों को जाम से राहत मिलेगी। लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया।
इसमें सबसे पहले आईआईएम रोड पर दाएं तटबंध पर प्रस्तावित फोर लेन सड़क तथा समता मूलक चौराहे पर फ्लाई ओवर का काम शुरू किया जाएगा। प्रोजेक्ट इम्प्लीमेशन यूनिट के सदस्य अनिल कुमार सिंह सेंगर ने बताया कि ग्रीन कौरिडोर प्रोजेक्ट को चार पार्ट में विभाजित किया गया है।
15 अगस्त तक डीपीआर होगा फाइनल
पार्ट-01 के अन्तर्गत आईआईएम रोड से हार्डिंग ब्रिज तक लगभग 7 किमी नदी के दोनों तरफ, जिसका ड्राफ्ट डीपीआर एक अगस्त तक तथा फाइनल डीपीआर 15 अगस्त तक मेसर्स टाटा कन्सल्टेन्सी इंजीनियर्स लिमिटेड उपलब्ध कराएगा। इसमें यह भी कहा गया कि तटबन्ध के लिए भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही तथा दांये तटबन्ध के चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही कैटिल कालोनी के भूमि विवादों को तीव्र गति से निस्तारित करें।
छह स्थानों पर होंगे फ्लाई ओवर
पार्ट-02 में 6 स्थानों पर एलीवेटेड फ्लाई ओवर प्रस्तावित किए गए हैं, जिनके डीपीआर तैयार करने की कार्यवाही भी साथ-साथ कंसल्टेंट द्वारा की जा रही है। इसमें उन जगहों पर फ्लाई ओवर बनेगा, जहां पहले से ही कोई पुल बना हुआ है। इसमें निशातगंज, हनुमान सेतु, डालीगंज, पक्का पुल, गोमती बैराज समेत बाकी पुल शामिल है।
सेना की जमीन का होगा अधिग्रहण
पार्ट-03 के अंतर्गत गोमती नदी के दांये तटबन्ध पर पिपराघाट से शहीद पथ तक बंधे का निर्माण करते हुए 4-लेन सड़क बनाई जानी है। इसमें आर्मी लैंड आ रही है। इसमें जल्द ही सेना के साथ बैठक कर जमीन के अधिग्रहण का काम शुरू करना है।
बंधे का होगा निर्माण
पूरा निर्माण गोमती के दोनों किनारे होगा। ऐसे में इसके दोनों तरफ फोर लेन सड़क के बराबर बंधे का निर्माण होना है। इसमें शहीद पथ से किसान पथ तक गोमती नदी के दोनों तटबन्धों (बांये एवं दायें) पर बन्धा निर्माण करते हुए 4-लेन सड़क का निर्माण कार्य प्रस्तावित किया गया है। इसमें प्रस्तावित कौरिडोर के आस-पास कामर्शियल पाकेट्स डेवलेप करने के लिए भूमि का चिह्नांकन भी कर लिया जाये, जिसके विकास को डीपीआर में भी सम्मिलित किया जाए।
नक्शा पास की जानकारी भूखंड स्वामी को मिलेगी
आवास बंधु की ओर से अब नक्शा पास करने के दौरान किसी प्रकार की कमी की सूचना भूखंड स्वामी को भी दी जाएगी। अभी इसकी जानकारी केवल उनके आर्किटेक्ट को ही दी जा रही थी। एलडीए ने करीब 15 दिक्कतें बताई हैं। अन्य विकास प्राधिकरणों ने भी नक्शे पास करने में आने वाली समस्याओं से अवगत कराया है।
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