उत्तर-प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हर घर तक पहुंचने के लिए RSS ने बड़ी रणनीति तैयार की है। 2022 की कमान अब पूरी तरह से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS ने ले ली है। 2024 का सेमीफाइनल कहा जाने वाला यूपी चुनाव भाजपा के लिए अहम है। RSS ने इसके लिए राष्ट्रवाद की भावना को और प्रबल करने लिए अब हर गांव में भारत माता का पूजन कार्यक्रम करने जा रहा है।
इसके साथ ही 19 नवंबर को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जन्मदिन पर झांसी की संपूर्ण पहाड़ियों को दीप मालाओं से सजाया जाएगा। कहा जा रहा है कि संघ ने सभी विंध्य पर्वतमालाओं पर दीप जलाकर राष्ट्र गौरव का सम्मान करेगी। ऐसे कार्यक्रम आगे भी जारी रहेंगे। अगल-अगल महापुरुषोंऔर स्वतंत्रा संग्राम सेनानियों के गौरव गाथा को आम जनता तक पहुंचाने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन जारी रहेगा।
संघ करेगा गांव-गांव में 'भारत माता पूजन'
RSS के पदाधिकारी ने बताया कि लोगों में राष्ट्रवाद की भावना भरने की शुरुआत भारत माता पूजन से होगी। आजादी के अमृत महोत्सव पर उत्तर प्रदेश के प्रत्येक गांव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत माता पूजन का कार्यक्रम करेगा और तिरंगा यात्रा निकालेगा। इतना ही नहीं, सभी की सहभागिता हो, इसके लिए बड़े महानगरों में 'सामूहिक वंदे मातरम' का आयोजन भी किया जायेगा।
इसके लिए प्रत्येक प्रांत का अपना अलग 'रथ' होगा। इस रथ पर 'भारत माता' की भव्य प्रतिमा विराजमान होंगी। इस पर उस प्रांत से संबंधित क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों की झांकी भी होगी। यह रथ यात्रा सभी गांवों तक जाएंगी, जहां पर गांव वासी भारत माता का पूजन करेंगे। हमें आजादी कैसे मिली, इसकी याद में गांव-गांव सभाएं भी होंगी।
रानी लक्ष्मीबाई पर जन्मदिन विंध्य पर्वत माला को दीपों से जगमगाएगा
19 नवंबर को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का जन्मदिन है। इस मौके को बेहद खास बनाने के लिए संघ ने बड़ी तैयारी की है। 19 नवंबर को झांसी की संपूर्ण पहाड़ियों को दीप मालाओं से सजाया जाएगा। वैसे तो अमृत महोत्सव के कार्यक्रम वर्ष भर होंगे, लेकिन 19 नवंबर से 16 दिसंबर, 2021 के बीच विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। संघ के एक पदाधिकारी ने बताया कि इसका मकसद लोगों में देशभक्ति की भावना को जाग्रत करना है। अपने महापुरषों के बारे में युवा पीढ़ी भी जाने, यह हमारी जिम्मेदारी है।
'आज की शाम शहीदों के नाम' कार्यक्रम का आयोजन करेगा संघ
क्रांतिकारियों की जन्मभूमि तथा ऐतिहासिक स्थलों पर 'आज के शाम शहीदों के नाम' जैसे बड़े कार्यक्रमों का आयोजन करने की योजना भी संघ ने बनाई है।एक महीने के बीच महानगरों में एक लाख से अधिक संख्या में कार्यक्रम होंगे। संघ के एक पदाधिकारी का कहना है कि 'आजादी के अमृत महोत्सव के इस अवसर पर जिन लोगों ने स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लिया और जिनके त्याग व बलिदान के कारण हमें स्वतंत्रा मिली, उन बलिदानी क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों का पुण्य स्मरण करते हुए युवा पीढ़ी को आजादी के आन्दोलन से अवगत कराया जाएगा।'
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