यूपी में साइबर ठगी का लगातार ट्रेंड बदलता जा रहा है। पिछले दिनों साइबर ठगों ने ठगी का नायाब तरीका अपनाते हुए केबीसी में 25 लाख का इनाम जीतने का मैसेज व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर भेजना शुरू कर दिया है। जिससे लोग उन पर भरोसा करें और लोग उनके झांसे में आ जाएं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के रिकार्ड के अनुसार, 2019 से 2020 में साइबर अपराध के मामलों में 11.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई। बढ़ते साइबर क्राइम को लेकर डीजीपी मुकुल गोयल ने सभी जिलों में बनाई गई साइबर डेस्क को अलर्ट करते हुए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। साथ ही पुलिस कमिश्नर व एसएसपी को सभी थानों पर साइबर क्राइम हेल्प डेस्क बनाने के निर्देश दिए हैं।
ग्रुप बनाकर 206 लोगों को भेजा लाटरी निकलने का मैसेज
साइबर अपराधी ऑनलाइन ठगी के नए-नए पैंतरे अपना रहे हैं। उनके झांसे में आमआदमी से लेकर पुलिस कर्मी तक आ रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से लोगों को व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर तीन नंबरों से साइबर ठग केबीसी में 25 लाख रुपये की लाटरी निकलने का मैसेज भेज रहे हैं। जिसमें इनाम निकलने के बारे में वाइस मैसेज से बताया गया है और इनाम पाने के लिए व्हाट्सएप कॉल करने को कहा गया है।
सभी थानों पर साइबर क्राइम हेल्प डेस्क- डीजीपी
डीजीपी मुकल गोयल ने साइबर अपराध के रोज बदलते तरीकों और बढ़ती घटनाओं को देखते हुए जिलों में बने साइबर थानों को सक्रिय होने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं। वहीं जिलों के सभी थानों पर साइबर क्राइम हेल्प डेस्क बनाने को कहा है। जिसकी मानीटरिंग पीपीएस अधिकारी (सीओ) करेंगे।
नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर 50 हजार शिकायतें
यूपी में हर साल करीब 11 हजार मुकदमें दर्ज हो रहे हैं। वहीं नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर 50 हजार शिकायतें दर्ज हो रही हैं। जो हर साल बढ़ रहे हैं। प्रदेश में वर्ष 2019 में 10341, वर्ष 2020 में 11772 व वर्ष 2021 में अब तक 5077 साइबर अपराध की एफआईआर दर्ज हुई हैं।
साइबर थानों पर दर्ज हुए 256 मुकदमें, 6 करोड़ रुपये की हुई वापसी
साइबर अपराध का शिकार होने की जानकारी होते ही 155260 हेल्पलाइन नंबर पर या https://cybercrime.gov.in/ पर जाकर भी शिकायत करें। यहां शिकायत दर्ज कराने के बाद ऑन लाइन फ्राड की ट्रांजेक्शन आईडी के जरिए लेनदेन को रोक दिए जाएगा।
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