राजधानी लखनऊ में सांपों की तस्करी करने का बड़ा मामला सामने आया है। मंगलवार को वन विभाग की टीम ने तस्करों के एक गिरोह का खुलासा किया जिसमें रेड सैंड बोआ प्रजाति के दोमुहें सांप भी बरामद किए गए। इनका इस्तेमाल एड्स की दवा बनाने में किया जाता है। इस प्रतिबंधित प्रजाति के आठ सांपों की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में दो करोड़ रुपए आंकी गई है।
जानकारी के अनुसार, ठाकुरगंज थाना अध्यक्ष ने बताया कि वन विभाग की टीम ने मंगलवार रात करीब 7:30 बजे हसन नाम के एक युवक को पकड़ा उसके पास प्रतिबंधित और दुर्लभ प्रजाति के 8 सांप मिले। इन सांपों की विदेशी बाजार में करीब 2 करोड़ रुपये कीमत है। पकड़े गए युवक का नाम राधा ग्राम निवासी मोहम्मद हसन है। पूछताछ में उसने बताया कि सांप उसे कोई और लाकर देता था। वह बस इसको दूसरे को सौंप देता है। कमीशन पर सांपों को यूपी की सीमा से बाहर पहुंचाता था।
लखनऊ के दुबग्गा इलाके से पकड़ा गया आरोपी
एडीसीपी वेस्ट राजेश कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि युवक झूठ बोल रहा है कि असली तस्कर वही है। इसकी छानबीन की जा रही है। उन्होंने बताया कि वन विभाग की टीम उड़े दुबग्गा क्षेत्र से पकड़ा है। विभाग की तरफ से तहरीर मिल रही है। मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि आरोपी के पास से रेड सैंड बोआ प्रजाति के दोमुहे सांप मिले हैं। युवक ने बताया कि उसे यह सांप कोई बाबा लाकर देता था। इसके बाद उसे बताया जाता की सांपों को कहां पहुंचाना है। उन्होंने बताया कि अति संरक्षित प्रजाति में वैश्विक स्तर पर प्रतिबंधित सांप हैं। इनका इस्तेमाल एड्स की दवा बनाने में भी होता है।
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