BJP के पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह ऊर्फ बबलू ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। जितेंद्र को BJP के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने खुद पार्टी की सदस्यता दिलाई। जितेंद्र पर 12 साल पहले यानी 15 जुलाई 2009 में BJP सांसद (तत्कालीन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष) रीता बहुगुणा जोशी का मकान फूंकने का आरोप लगा था। जितेंद्र के खिलाफ रीता जोशी के घर तोड़फोड़ और आगजनी के मामले में 2018 में FIR भी दर्ज हुई थी। इस मामले में रीता जोशी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जितेंद्र सिंह ने तथ्यों को छिपाकर पार्टी ज्वाइन की है, इनकी सदस्यता निरस्त करने के लिए पार्टी हाईकमान से बात करूंगी।जितेंद्र के अलावा बुधवार को पांच अन्य नेताओं ने भी BJP जॉइन की। इसमें आगरा की डॉ. बीना लवानिया भी शामिल हैं।
रीता जोशी ने कहा- सदस्यता निरस्त करने के लिए हाईकमान से बात करूंगी
रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि एक आरोपी को पार्टी ज्वाइन करने की खबर से मैं स्तब्ध हूं। पार्टी से इनकी सदस्यता निरस्त करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से बात करूंगी। 2009 में जितेंद्र सिंह बबलू को मेरे घर को आग लगाने के मामले में आरोपी बनाया गया था। जब मैं मुरादाबाद जेल में बंद थी तो उन्होंने लखनऊ के सरोजनी नायडू मार्ग स्थित मेरे घर को आग लगाने में अग्रणी भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि जितेंद्र सिंह बबलू ने यह तथ्य पार्टी से छिपाकर सदस्यता प्राप्त की है।
चोरी, हत्या का प्रयास का मुकदमा, जेल भी जा चुके
भाजपा का दामन थामने वाले जितेंद्र सिंह ऊर्फ बबलू सिंह पर चोरी, हत्या का प्रयास और सुल्तानगंज चौकी के पास एक मकान पर कब्जा करने का आरोप भी है। 2011 में आपराधिक मामलों में फंसे जितेंद्र सिंह जेल भी जा चुके हैं। अयोध्या के रहने जितेंद्र बीकापुर विधानसभा सीट से BSP विधायक रहे हैं।
10 साल में तीन बार बदला दल
पिछले 10 साल में तीन बार जितेंद्र राजनीतिक पार्टियां बदल चुके हैं। 2011 में BSP ने उन्हें बाहर कर दिया था। बताया जाता है कि तब मायावती ने उन्हें टिकट देने से इंकार कर दिया था। इसके बाद से वह बगावत करने लगे थे। पार्टी से निकाले जाने के बाद वह पीस पार्टी में शामिल हो गए। बाद में फिर से BSP में शामिल हुए। अब वह BSP छोड़कर BJP और फिर पार्टी छोड़ दिया।
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