उत्तर प्रदेश में कोरोना भयावह होता जा रहा है। तीसरी लहर में पहली बार बुधवार को सबसे ज्यादा 23 मरीजों की मौत हुई। लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, कानपुर नगर और मेरठ में 2-2 मरीजों की जान गई। वहीं, गाजियाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बुलंदशहर, रायबरेली, मुरादाबाद, सुल्तानपुर, फतेहपुर, संभल, चंदौली, मैनपुरी, अम्बेडकरनगर और औरैया में 1-1 मरीजों की मौत हुई।
उधर, बुधवार को प्रदेश में 10 हजार 937 नए केस मिले हैं। सबसे ज्यादा लखनऊ में 2 हजार 96, गौतमबुद्ध नगर में 710, गाजियाबाद में 501, कानपुर नगर में 487 और मेरठ में 434 मामले सामने आए हैं। इस दौरान 23 लोगों की मौत भी हुई है। इनमें लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, कानपुर नगर और मेरठ में 2-2 मरीजों की मौत हुई है।
प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या 80 हजार 342 हो गई है। 24 घंटे में सूबे में 2 लाख 14 हजार 992 सैंपल की जांच की गई है। एक्टिव केस में कमी आने के कारण आधी क्षमता के साथ सरकारी दफ्तरों में कामकाज की व्यवस्था खत्म करते हुए, गुरुवार से सभी की हाजरी अनिवार्य कर दी गई है।
दिव्यांग व गर्भवती को छोड़ सभी को दफ्तर आना होगा
मंगलवार को प्रदेश सरकार ने सरकारी कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मियों की उपस्थिति की व्यवस्था समाप्त कर दी। अब दिव्यांग कर्मचारियों और गर्भवती को छोड़कर सभी कार्मिकों को कार्यालय आना होगा। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
आदेश के तहत सभी सरकारी कार्यालयों में कार्यरत शारीरिक रूप से दिव्यांग कार्मिकों व गर्भवती महिलाओं को घर से कार्य करने का मौका दिया गया है। इस दौरान अपने मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक साधनों के माध्यम से कार्यालय के संपर्क में रहेंगे। हालांकि, आवश्यकता होने पर उन्हें कार्यालय बुलाया जा सकेगा।
बता दें कि प्रदेश सरकार ने कोविड की तीसरी लहर में संक्रमितों की संख्या बढ़ने पर 13 जनवरी को सभी सरकारी कार्यालयों में समूह ख, ग व घ के कार्मिकों की उपस्थिति की रोस्टर व्यवस्था लागू की थी। ऑफिस में 50 फीसदी कार्मिकों की उपस्थिति, जबकि बाकी को घर से कार्य की अनुमति दी गई थी।
घर-घर अभियान का तीसरा दिन
अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक प्रदेश में 24 जनवरी से शुरू हुए घर-घर अभियान का बुधवार को तीसरा दिन था। स्वास्थ्य विभाग की टीमें कोविड लक्षण वाले लोगों को उनके घरों पर ही दवा की किट उपलब्ध करा रही हैं। इस पहले लखनऊ में 60 साल से ज्यादा उम्र के करीब 1 हजार 125 ऐसे बुजुर्ग मिले हैं, जिन्होंने अभी तक कोविड वैक्सीनेशन नहीं कराया। दूसरे दिन तक अकेले लखनऊ में 1 लाख 67 हजार 643 घरों तक स्वास्थ्य विभाग टीम पहुंची थी। यह अभियान 29 जनवरी 2022 तक चलेगा।
25 करोड़ के पार पहुंचा वैक्सीनेशन का आकंड़ा
प्रदेश में अब तक कोरोना की 25 करोड़ 28 लाख 19 हजार 44 डोज लगाई गई है। यूपी में 18 साल से ज्यादा उम्र के पहली डोज लेने वालों की संख्या 14 करोड़ 51 लाख 84 हजार 578 है। यह करीब 98.48 फीसदी है। वहीं 18 साल से ज्यादा दूसरी डोज लेने वालों की संख्या 9 करोड़ 82 लाख 45 हजार 232 है। यह राज्य की जनसंख्या का 66.64 फीसदी है।
इसके अलावा 15 से 18 साल के बीच के 84 लाख 55 हजार 463 बच्चों को भी वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। यह उनकी जनसंख्या का 66.64 फीसदी है। इसके अलावा राज्य में 9 लाख 33 हजार 771 लोगों को प्री-कॉशन डोज भी लग चुकी है। सोमवार को प्रदेश भर में एक दिन में 16 लाख 48 हजार 700 वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है।
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