यूपी की राजनीति में अपर्णा यादव ने परिवार से बगावत करके भाजपा का दामन थाम लिया है। अपर्णा यादव भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार ससुर व सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से आशीर्वाद लेने पहुंचीं। 20 जनवरी की शाम अपर्णा यादव मुलायम सिंह यादव से मिलीं।
अपर्णा ने खुद ही सोशल मीडिया पर ये तस्वीर शेयर की। उन्होंने लिखा, 'भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेने के पश्चात लखनऊ आने पर पिताजी/नेताजी से आशीर्वाद लिया'। इसे इशारों में अखिलेश यादव को जवाब भी माना जा रहा है। अपर्णा के भाजपा में जाने के बाद अखिलेश यादव ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने अपर्णा को समझाया था, लेकिन वह नहीं मानीं। हालांकि अपर्णा यादव ने कहा था कि वह नेताजी और बड़ों का आशीर्वाद लेकर आई हैं।
BJP ने की सपा में सेंधमारी
2017 में पिछले यूपी विधानसभा चुनाव में लखनऊ कैंट पर अपर्णा को भाजपा सांसद रीता बहुगुणा से हार का सामना करना करना पड़ा था। इस पर कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा में वो फिर से इसी सीट से चुनाव लड़ सकती हैं। सपा ने जिस तरह से भाजपा के दिग्गज मंत्री दारा सिंह और स्वामी प्रसाद मौर्य को अपने पाले में कर लिया है। इस दिशा में भाजपा ने उनके परिवार में ही सेंध मारी करके बड़ा दांव खेला है।
मैं हमेशा से प्रधानमंत्री जी से प्रभावित रही हूं- अपर्णा
भाजपा में शामिल होने के बाद अपर्णा यादव ने कहा था, ' मैं हमेशा से प्रधानमंत्री जी से प्रभावित रही हूं। मेरे चिंतन में हमेशा राष्ट्र सबसे पहले है। राष्ट्र धर्म मेरे लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। मैं बस, यही बोलना चाहती हूं कि अब मैं राष्ट्र की आराधना करने निकली हूं।' उन्होंने दिल्ली भाजपा मुख्यालय में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी सदस्यता ली। मुलायम सिंह यादव के बेटे प्रतीक की पत्नी अपर्णा यादव लखनऊ कैंट विधानसभा से सपा पार्टी के टिकट पर 2017 में चुनाव हार चुकी हैं।
यह भी पढ़ें-
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.