उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस समारोह आज शुरू हुआ। समारोह 24 से 26 जनवरी तक मनाया जाएगा। लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम शहीद पथ में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और CM योगी आदित्यनाथ किया। CM योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश दिवस मनाने की शुरुआत 2017 में प्रदेश में डबल इंजन सरकार बनने के बाद से हुई।
इस समारोह से UP की सही तस्वीर उभरकर सामने आ रही है। पिछले पांच सालों में UP की पहचान बदली है। 2017 के पहले UP दंगों के प्रदेश के रूप में जाना जाता था। अब दंगों के प्रदेश से UP की पहचान एक्सपोर्ट प्रदेश के रूप में हो रही है।
UP की बोलियों पर आधारित कवि सम्मेलन होगा
आज यानी मंगलवार की दोपहर एक बजे से रात आठ बजे तक UP की विभिन्न बोलियों पर आधारित कवि सम्मेलन होगा। साथ ही भक्ति संगीत में कन्हैया मित्तल शामिल होंगे। स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर उत्तर प्रदेश वासियों को शुभकामनाएं दी हैं।
26 जनवरी को होगा समापन
योगी सरकार में शुरू हुआ उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस
आजादी के बाद 24 जनवरी 1950 को संयुक्त प्रांत की जगह इसका नाम बदलकर उत्तर प्रदेश किया गया। वैसे महाराष्ट्र में उत्तर प्रदेश के नेताओं द्वारा यूपी दिवस 1989 से मनाया जा रहा था। भाजपा नेता अमरजीत मिश्र इसका आयोजन करते थे। उनके बाद में राम नाइक के उत्तर प्रदेश का गवर्नर बनते ही इसका सुझाव दिया। लेकिन, समाजवादी पार्टी सरकार ने इसे मंजूर नहीं किया। फिर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मई 2017 में हर वर्ष 24 जनवरी को यूपी दिवस मनाने का ऐलान किया।
आजादी के बाद उत्तर प्रदेश का नामकरण
वर्ष 1947 में संयुक्त प्रांत (अब का उत्तर प्रदेश) को आजाद भारत की एक प्रशासनिक इकाई बनाया गया। 2 साल बाद टिहरी गढ़वाल और रामपुर की रियासतों को भी संयुक्त प्रांत में शामिल किया गया। 1950 में भारतीय गणराज्य का नया संविधान के लागू होते ही 12 जनवरी 1950 को संयुक्त प्रांत का नामकरण उत्तर प्रदेश किया गया। उत्तर प्रदेश को भारतीय संघ का राज्य बनाया गया।
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