उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ का एक दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन रविवार को वृंदावन के आईओपी कॉलेज में आयोजित किया गया। दो सत्रों में आयोजित सम्मेलन में प्रदेश भर से आये पदाधिकारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर चर्चा की। इसमें पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करने के अलावा सेवानिवृत्त की आय सीमा 65 वर्ष निर्धारित करने के मुद्दे को विशेष रूप से उठाया गया।
उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय,महाविद्यालय शिक्षक संघ ने प्रांतीय अधिवेशन में तीन सूत्रीय मांगों को लेकर केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ ताल ठोकने का ऐलान किया है। वृंदावन के इंस्टीट्यूट ओरियंटल ऑफ फिलासफी महाविद्यालय में आयोजित एक दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन में शिक्षक संघ ने प्रदेश भर के विश्वविद्यालय,महाविद्यालय से जुड़े शिक्षकों के हितों से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाया, जिसमें खास तौर पर तीन समस्याओं के निस्तारण न होने पर सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति पर भी चर्चा हुई।
संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विवेक द्विवेदी ने बताया कि केंद्र व प्रदेश की सरकार से कोरोना काल में ड्यूटी के दौरान मृत शिक्षकों के परिजनों को फंड, नियुक्ति देने व महाविद्यालय शिक्षकों को प्रोफेसर पदनाम देने की मांग उठाई गईं हैं। उन्होंने बताया कि सरकार से कई दौर की वार्ता हो चुकी है। जो बेनतीजा रही है।
अब संघ याचना नही रण में उतरने की नीति पर चलेगा। इसके लिये व्यापक रणनीति तैयार की जा रही है। आंदोलन पहले चरण में 5 अक्टूबर को धरना प्रदर्शन किया जायेगा। तदुपरांत गांधी वादी तरीके से आंदोलन को आगे बढ़ाया जायेगा। उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय,महाविद्यालय शिक्षक संघ ने प्रांतीय अधिवेशन के दौरान सामाजिक कार्यों को करने वाली आईओपी कॉलेज की शिक्षिका एवं समाज सेविका लक्ष्मी गौतम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
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