जिस पिता ने हत्या की, उसी ने मुखाग्नि दी:मर्डर के बाद 4 घंटे आयुषी का शव लेकर भटकता रहा बाप

मथुरा7 महीने पहले
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मथुरा में सूटकेस में मिली लड़की आयुषी का अंतिम संस्कार सोमवार देर रात कर दिया गया। जिस पिता ने इकलौती बेटी की हत्या की। उसी ने बेटी को मुखाग्नि देकर अंतिम प्रणाम किया। मुखाग्नि के बाद पिता रो पड़े। इस दौरान पुलिस भी मौजूद रही। मां-बाप की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस भरतपुर (राजस्थान) में रह रहे आयुषी के पति छत्रपाल से भी पूछताछ करेगी। तब इस मामले में और खुलासे हो सकते हैं।

17 नवंबर को दिल्ली के बदरपुर स्थित घर में हत्या के बाद मां-बाप ने करीब 12 घंटे तक आयुषी की लाश को घर में रखा। पिता नितेश ने एक नहीं, बल्कि लाइसेंसी रिवॉल्वर से दो गोली आयुषी के सीने में मारी थी। थोड़ी देर में तड़पकर उसने दम तोड़ दिया। वारदात के बाद आयुषी के मां-पिता बदहवास हो गए। उनको समझ ही नहीं आ रहा था कि अब क्या करें? कैसे करें?

इसी उथलपुथल में इकलौती बेटी की लाश को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। पिता मार्केट गए। वहां से पॉलिथीन खरीदी। शव को पॉलिथीन में भरकर सूटकेस में पैक किया। फिर, आधी रात को 3.30 बजे कार की डिग्गी में रखकर निकल पड़े। पत्नी को आगे बैठाया, ताकि कोई शक न कर पाए।

फिर शव को मथुरा जिले के ही राया इलाके में यमुना एक्सप्रेस-वे पर फेंक दिया। 18 नवंबर की सुबह लाश बरामद हुई। 19 नवंबर को लाश की शिनाख्त आयुषी यादव के रूप में की गई। 48 घंटे में शिनाख्त और 60 घंटे में ब्लाइंड केस का खुलासा हो गया। इस पूरे हत्याकांड को किस तरह और क्यों अंजाम दिया गया। हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने की प्लानिंग। इसे अब सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं...

1- पढ़ाई के दौरान मिले और प्यार हो गया

आयुषी दिल्ली के ग्लोबल कॉलेज की छात्रा थी। वह BCA की पढ़ाई कर रही थी।
आयुषी दिल्ली के ग्लोबल कॉलेज की छात्रा थी। वह BCA की पढ़ाई कर रही थी।

22 साल की आयुषी का साथ में पढ़ने वाले लड़के के दोस्त छत्रपाल राजपूत से अफेयर था। दोनों ने करीब एक साल पहले आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली थी। छत्रपाल राजपूत भरतपुर (राजस्थान) का रहने वाला है। दोनों की शादी का पता परिवार को कुछ दिन पहले ही चला था। आयुषी दिल्ली के ग्लोबल कॉलेज से बीसीए की पढ़ाई कर रही थी। दोनों की मुलाकात बीसीए की पढ़ाई के दौरान हुई थी। वहीं, दोस्ती और अफेयर से होते हुए कहानी शादी तक पहुंच गई। आयुषी को माता-पिता ने समझाया, लेकिन बकौल पिता, उसने अपनी बात नहीं मानी।

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2- दूसरी जाति में शादी, पिता की नाराजगी

यह तस्वीर आयुषी की है। अपनी मर्जी से शादी करने पर पिता ने 17 नवंबर को गोली मारकर उसकी हत्या की दी।
यह तस्वीर आयुषी की है। अपनी मर्जी से शादी करने पर पिता ने 17 नवंबर को गोली मारकर उसकी हत्या की दी।

आयुषी शादी के बाद एक भी बार अपने ससुराल नहीं गई और मायके में ही रह रही थी। कुछ दिन पहले पिता को बेटी के शादी की जानकारी हुई तो उन्होंने विरोध किया। आयुषी को काफी समझाया, लेकिन अड़ियल स्वभाव की होने की वजह से आयुषी जिद पर अड़ी रही। 17 नवंबर की दोपहर आयुषी का मां से झगड़ा हुआ। पिता को पता चला तो उन्होंने आयुषी को समझाया। वह नहीं मानी तो पिता ने गुस्से में लाइसेंसी रिवॉल्वर से आयुषी के सीने में दो गोलियां दाग दीं। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

3- हत्या के बाद फर्श पर पड़े खून को कपड़े से साफ किया

नितेश ने पुलिस को बताया, "गोली लगने से आयुषी फर्श पर गिर गई, कमरे में खून ही खून था। पत्नी के साथ मिलकर पहले पूरे कमरे को साफ किया। इसके बाद बाजार गया, रास्ते में पड़े नाले में जिस कपड़े से फर्श साफ किया था, उसे फेंक दिया। फिर पॉलिथीन खरीद कर घर लौटा। पॉलीथिन में शव पैक किया। घर में ही रखे एक ट्रॉली बैग को निकाला और उसमें आयुषी के शव को रखकर बंद कर दिया। इसके बाद पत्नी ब्रजबाला के साथ मिलकर शव को ठिकाने लगाने का प्लान बनाने लगा।"

सुबह 5 बजे कोटवन टोल प्लाजा से निकले

सोमवार को मथुरा पुलिस ने मामले का खुलासा किया। लड़की के मां और पिता को जेल भेज दिया गया है।
सोमवार को मथुरा पुलिस ने मामले का खुलासा किया। लड़की के मां और पिता को जेल भेज दिया गया है।

नितेश ने बताया, "जब देर रात इलाके के लोग सो गए तब अपनी फोर्ड फीस्ट कार संख्या DL 4C AF 9740 निकाली और डिग्गी में सूटकेश को रखा। रात 3 बजे पत्नी को गाड़ी में आगे की सीट पर बैठाया और निकल गया। बदरपुर मोड़बंद इलाके से निकलकर दिल्ली आगरा नेशनल हाई वे पहुंचा।

यहां 5 बजे कोटवन टोल प्लाजा से निकला। इसके बाद एक्सप्रेस-वे पर निकल गया। सुबह 6 बजकर 50 मिनट पर वृंदावन कट से कृषि अनुसंधान केंद्र की सड़क पर देखा तो वहां सूनसान था। फिर गाड़ी कृषि अनुसंधान केंद्र की ओर लेकर चला गया। झाड़ियों में ट्रॉली बैग को फेंक दिया।"

14 किलोमीटर का सफर आधे घंटे में पूरा किया
नितेश ने बताया, "बेटी का शव फेंकने के बाद 7 बजकर 10 मिनट पर मांट टोल पर पहुंच गया और वहां से होते हुए दिल्ली वापस चला गया। घटना स्थल से करीब 14 किलोमीटर का सफर आधा घंटे में पूरा किया।"

4- एक फोन कॉल और खुलती गई मर्डर मिस्ट्री

शिनाख्त में जुटी पुलिस को 40 घंटे का समय गुजर गया। लेकिन कहीं से कोई जानकारी नहीं मिल पा रही थी। सर्विलांस के जरिए भी सफलता नहीं मिली। इसी बीच जांच में लगी टीम में से एक सिपाही के पास उसके दिल्ली में रहने वाले रिश्तेदार का फोन आता है। फोन पर सूचना दी जाती है कि उनके मोहल्ले की एक लड़की दो दिन से गायब है। सूचना मिलते ही पुलिस की दो टीम 20 नवंबर की सुबह करीब 11 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो जाती है।

टीम ने पहले फोन करने वाले को फोटो दिखाया जिससे, यह पक्का हो गया कि फोटो उनके मोहल्ले की रहने वाली 22 साल की लड़की का ही है। पुलिस लड़की के घर पहुंचती है। जहां लड़की के पिता नितेश यादव और मां ब्रजबाला फोटो को पहचानने से इनकार कर देते हैं। लेकिन इसी दौरान वहां मौजूद भाई बोलता है कि यह फोटो उसकी बहन का ही है। जिसके बाद पुलिस मां और भाई को लेकर मथुरा पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंची। जहां शव की शिनाख्त आयुषी के रूप में की गई।

घटनास्थल से करीब 14 किलोमीटर का सफर नितेश ने आधा घंटे में पूरा किया।
घटनास्थल से करीब 14 किलोमीटर का सफर नितेश ने आधा घंटे में पूरा किया।

5- पति-पत्नी को भेजा गया जेल, मीडिया ने किया सवाल तो रोने लगा
सोमवार को मामले का खुलासा करते हुए जब पुलिस नितेश और उनकी पत्नी ब्रजबाला को लेकर मीडिया के सामने पहुंची तो दैनिक भास्कर ने नितेश से बातचीत करने का प्रयास किया। लेकिन नितेश और ब्रजबाला ने कुछ भी नहीं कहा। इस दौरान जब उनसे सवाल किया कि आयुषी ने ऐसा कुछ क्या किया, जिसकी वजह से आपको उसकी हत्या करने जैसा कदम उठाने को मजबूर होना पड़ा। इस सवाल को सुनते ही नितेश रो पड़े। नितेश और उसकी पत्नी ब्रजबाला को पुलिस कोर्ट ले गई जहां से जेल भेज दिया।

पुलिस ने कार भी बरामद कर ली है। इसी कार से पिता ने बेटी का शव मथुरा एक्सप्रेस-वे पर फेंका था। कार में मां आगे की सीट पर बैठी थी।
पुलिस ने कार भी बरामद कर ली है। इसी कार से पिता ने बेटी का शव मथुरा एक्सप्रेस-वे पर फेंका था। कार में मां आगे की सीट पर बैठी थी।
पुलिस ने 32 बोर की लाइसेंसी रिवॉल्वर और आयुषी का मोबाइल भी बरामद किया है।
पुलिस ने 32 बोर की लाइसेंसी रिवॉल्वर और आयुषी का मोबाइल भी बरामद किया है।

पुलिस ने यह किया बरामद
पुलिस ने उस कार को भी बरामद कर लिया है, जिससे शव को ठिकाने लगाया गया था। पुलिस ने 32 बोर की लाइसेंसी रिवॉल्वर और आयुषी का मोबाइल भी बरामद किया है। रिवाल्वर का लाइसेंस देवरिया में बना है। बताया जा रहा है कि नितेश देवरिया का रहने वाला है। रिवाल्वर का लाइसेंस उनके पिता के नाम पर था, जिसे नितेश ने अपने नाम पर ट्रांसफर करवा लिया था।

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पिता ही निकला आयुषी का हत्यारा

मथुरा के आयुषी चौधरी हत्याकांड का पर्दाफाश हो गया है। पुलिस के मुताबिक उसे पिता ने ही गोली मारी थी। वारदात में मां ने भी साथ दिया था। हत्या दिल्ली के बदरपुर स्थित घर पर की गई। बाद में लाश को लाल सूटकेस में पैक करके 150 किलोमीटर दूर मथुरा जिले के राया इलाके में यमुना एक्सप्रेस-वे पर फेंक दिया गया था। 18 नवंबर को आयुषी की लाश बरामद हुई थी। यहां पढ़ें पूरी खबर...

मथुरा में सूटकेस में मिली लड़की की पहचान हुई

मथुरा में 18 नवंबर को लाल सूटकेस में मिली 22 साल की लड़की की शिनाख्त हो गई है। परिजनों ने पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचकर उसकी पहचान की। आशंका जताई जा रही है कि यह ऑनर किलिंग का मामला है। मृतका दिल्ली के बदरपुर की रहने वाली थी। उसकी हत्या करने के बाद शव लाल सूटकेस में बंद कर एक्सप्रेस-वे पर फेंका गया था। यहां पढ़ें पूरी खबर

लाल सूटकेस में 22 साल की लड़की की लाश

मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर शुक्रवार सुबह सूटकेस में लड़की की लाश मिली है। सीने में गोली मारकर उसकी हत्या की गई है। शरीर पर चोट के कई निशान हैं। ऐसा लग रहा है कि हत्या से पहले लड़की ने खुद को बचाने का भरकर कोशिश की। इतना तय है कि ये हत्या कहीं और की गई। फिर लाश को लाकर यहां फेंका गया है। फिलहाल, लड़की की शिनाख्त नहीं हुई है। यहां पढ़ें पूरी खबर