टोक्यो पैरालिंपिक में आज पूरे देश की निगाहें यूपी के खिलाड़ियों पर टिकी होंगी। इसमें इटावा के दीपेंद्र सिंह 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच 1 कैटेगरी में निशाना लगाएंगे। वहीं, रियो पैरालिंपिक के ब्रांज मेडल विनर रहे नोएडा के वरुण सिंह भाटी हाईजंप में अपना दमखदम दिखाएंगे। वरुण का यह दूसरा पैरालिंपिक होगा।
यूपी से पैरालिंपिक में दूसरी बार जाने वाले अकेले खिलाड़ी वरुण
गौतमबुद्धनगर में जमालपुर के एथलीट वरुण भाटी हाई जंपर हैं। रियो 2016 पैरालंपिक में देश को ब्रांज मेडल दिला चुके वरुण अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं, जो लगातार दूसरी बार पैरालंपिक में यूपी से भाग ले रहे हैं। बचपन में पोलियो के कारण वरुण का एक पैर खराब हो गया था।
स्कूल के दिनों से बॉस्केट बॉल के बेस्ट प्लेयर रहे वरुण ने बाद में हाईजंप शुरू किया और लगातार पदक जीतते गए। 2014 में इंचियोन पैरा एशियाई खेल में पांचवां स्थान हासिल किया था। इसी साल उन्होंने चीन ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतकर परचम लहराया था। 10 सितंबर 2016 को रियो पैरालंपिक के दौरान पुरुष वर्ग में 1.86 मीटर की ऊंची कूद लगाकर कांस्य पदक जीता था। अच्छे प्रदर्शन् के लिए वरुण को अर्जुन व लक्ष्मण पुरस्कार भी मिल चुका है।
अपना ही रिकार्ड तोड़कर बनाया इतिहास
इटावा के दीपेंद्र सिंह पैरालिंपिक के 10 मीटर एयर पिस्टल मुकाबले में खेलेंगे। गुलेल से निशानेबाजी सीखकर पिस्टल से निशाना साधने में माहिर दीपेंद्र ऐसे निशानेबाज हैं जिसने अपने रिकार्ड तोड़े। छह महीने की उम्र में पोलियो के कारण दीपेंद्र का दाहिना पैर कमजोर हो गया।
माता, पिता ने अच्छे से अच्छा इलाज कराया मगर दीपेंद्र का पैर ठीक नहीं हुआ। अंत में दीपेंद्र को जिंदगी से समझौता करना पड़ा। ताऊ से निशानेबाजी का शौक पालने वाले दीपेंद्र ने बागपत में शूटिंग सीखी। 2017 में थाईलैंड में पैरा शूटिंग वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतकर 10 मीटर एयर पिस्टल की शूटिग का वर्ल्ड रिकार्ड अपने नाम किया। साथ ही इंडोनेशिया, यूएई में भी पदक जीते चुके हैं।
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