मेरठ में बुधवार को सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी। कर्मचारी नेता कैलाश चंदोला के नेतृत्व में 200 सफाई कर्मचारी सूरजकुंड स्थित डिपो पर पहुंचे। सफाई कार्य में लगी सभी 90 गाड़ियों को डिपो में पार्क कर दिया गया। हंगामा करते हुए सफाई कर्मचारी धरने पर बैठ गए।
मामले की सूचना मिलने पर सिविल लाइन पुलिस और निगम के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों के आश्वासन पर भी सफाई कर्मचारियों ने धरना खत्म नहीं किया है।
आर्थिक तंगी से हो रहे परेशान
कर्मचारी नेता कैलाश चंदोला और पार्षद नीरज ठाकुर भी कर्मचारियों के साथ धरने पर बैठ गए। कैलाश चंदोला ने कहा, "मेरठ शहर में नगर निगम के 90 वार्ड हैं। सफाई कार्य में जो गाड़ी लगी हुई हैं, उन पर काम करने वाले 200 कर्मचारियों को चार माह से सैलरी नहीं मिली।"
उन्होंने आगे कहा, "8 हजार रुपए एक महीने की सैलरी मिलती है। सफाई कर्मचारी आर्थिक तंगी में परेशानी झेल रहे हैं। कई बार अधिकारियों को बताया, लेकिन उसके बाद भी हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई।"
अधिकारियों का घेराव कर हंगामा
ये सफाई कर्मचारी एक कंपनी के कर्मचारी हैं। सफाई कर्मचारियों ने जैसे ही हड़ताल करते हुए धरना दिया, तो हंगामा हो गया। सूचना पर अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार और नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर हरपाल सिंह भी मौके पर पहुंचे। नगर निगम के अधिकारियों ने उनको समझाने का प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में उच्च अधिकारियों से बात की जा रही है। सफाई कर्मचारियों ने कहा कि जब तक हमारी सैलरी नहीं आती, हम धरने से नहीं उठेंगे।
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