इंटरनेशनल बंजारा गैंग का नया नाम D- 142:मेरठ पुलिस ने किया रजिस्टर्ड; 19 अप्रैल को असम में एनकाउंटर में मारे गए दो भाई

मेरठ6 महीने पहले
  • कॉपी लिंक

UP के मेरठ के रहने वाले 2 इंटरनेशनल गो तस्कर अकबर बंजारा और सलमान 19 अप्रैल 2022 को असम राज्य में एनकाउंटर में मारे गए। वहीं तीसरे भाई शमीम को मेरठ में गो तस्करी में रजिस्टर्ड किया है।

एसएसपी मेरठ रोहित सिंह सजवाण के आदेश पर मेरठ पुलिस ने यह कार्रवाई की है। 13 अप्रैल 2022 को मेरठ के फलावदा थाना पुलिस ने तीनों भाइयों को गोकशी में अरेस्ट किया था।

मेरठ पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में जांच के दौरान पाया कि इस परिवार ने करोड़ों रुपए की संपत्ति मेरठ में खरीदी है। अभी तक 52 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी खरीदने के साक्ष्य पुलिस प्रशासन को मिले हैं। पुलिस अधिकारियों ने जिला प्रशासन से भी रिपोर्ट मांगी है।

बंजारा गैंग का नया नाम D- 142

19 अप्रैल 2022 को इंटरनेशनल गो तस्कर अकबर और सलमान असम राज्य में मुठभेड़ में मारे गए।
19 अप्रैल 2022 को इंटरनेशनल गो तस्कर अकबर और सलमान असम राज्य में मुठभेड़ में मारे गए।

एसपी देहात (आईपीएस) केशव कुमार का कहना है कि तीनों भाई अकबर, सलमान, व शमीम को 13 अप्रैल 2022 को फलावदा पुलिस ने गिरफ्तार किया। जिनसे गौवंश भी बरामद किए गए।

फलावदा पुलिस ने मुकदमा किया। इस मुकदमे में अकबर और सलमान की मौत हो चुकी है। तीसरा आरोपी शमीम बंजारा पुत्र पीरू बंजारा है। शमीम के अलावा इस गैंग में मोहम्मद बाबू खां, इकबाल और रंजीत छीपी है। इस गैंग की श्रेणी गो कशी है। गैंग का नया नाम D- 142 रखा गया है।

पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट भी लगाया

पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की। फलावदा थाने में दर्ज मुकदमे में चार्जशीट दाखिल की गई। बहसूमा इंस्पेक्टर महावीर सिंह ने गैंगस्टर एक्ट मुकदमे में विवेचना में पाया कि अकबर बंजारा ने अपने दोनों भाई और पिता पीरू बंजारा के नाम से मेरठ शहर, बहसूमा, फलावदा में करीब 50 करोड़ से अधिक की संपत्ति खरीदी है। बिजनौर में भी जमीन खरीदी गई है। इस मामले में सीओ मवाना उदय प्रताप भी जांच कर रहे हैं।

13 अप्रैल को मेरठ पुलिस ने किया था अरेस्ट

मेरठ के फलावदा निवासी अकबर बंजारा पांच राज्यों से गोवंश की बंग्लादेश तक तस्करी करता था और उस पर दो लाख का इनाम था। 13 अप्रैल 2022 को मेरठ के फलावदा पुलिस और एसओजी ने अकबर बंजारा समेत तीनों भाइयों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

लेकिन 14 अप्रैल को असम पुलिस ने मेरठ की पुलिस को दो लाख का इनाम दिया और कोर्ट से बी वारंट पर अकबर बंजारा व इसके भाई सलमान को जेल से कोर्ट के आदेश पर असम के कोकाझार ले गई। जबकि तीसरे भाई शमीम को मेरठ से गोकशी में जमानत मिल गई।

यह फोटो 22 अप्रैल 2022 का मेरठ के फलावदा का है। असम राज्य से दोनों के शव आने के बाद भीड़ लगी।
यह फोटो 22 अप्रैल 2022 का मेरठ के फलावदा का है। असम राज्य से दोनों के शव आने के बाद भीड़ लगी।

मेरठ के फलावदा निवासी अकबर बंजारा (42 साल) पुत्र हाजी पीरू पर असम राज्य से 2 लाख रुपये का इनाम घोषित था। इस पर असम व दूसरे राज्यों में मांस सप्लाई व गोवंश को बांग्लादेश तक तस्करी करने की रिपोर्ट असम की जांच एजेंसियों को मिली थी। पिछले लंबे समय तक असम पुलिस कई बार मेरठ के फलावदा में आई और अकबर बंजारा और इसके दोनों भाइयों की तलाश करती रही।

देश विरोधी गतिविधियों में रहे लिप्त

मेरठ के फलावदा थाने में 13 अप्रैल 2022 को अकबर, सलमान और शमीम से पूछताछ की गई। लेकिन यह नहीं बताया कि वह असम में गोतस्करी करते हैं। जेल जाने के बाद अगले दिन असम पुलिस आ पहुंची। जहां असम पुलिस ने बताया कि यह तीनों भाई बड़ा गैंग चलाते हैं जिन पर बिहार, असम, मेघालय और वेस्ट बंगाल से गोवंश की इंटरनेशल तस्करी करते हैं।

असम में पूछताछ के दौरान यह भी बताया था कि इस अवैध धंधे की एक बड़ी धनराशि बीटीसी के चरमपंथी संगठनों जैसे एनडीएफबी, केएलओ के कोकराझार, चिरांग, बाक्सा और मेघालय के कुछ चरमपंथी संगठनों के साथ ही अन्य आतंकवादी संगठनों को भी भेजी जाती है। हवाला के जरिए चरमपंथियों के पास पैसे पहुंचाए जाते हैं।

300 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति की चल रही जांच

पुलिस का कहना कि अकबर बंजारा ने असम में भी करोड़ों रुपए की संपत्ति खरीदी। अबकर ने असम में दूसरी शादी भी की। मेरठ के बहसूमा में करीब 60 बीघा जमीन का बाग खरीदा गया। इसके अलावा फलावदा, मेरठ शहर, बसहूमा में प्लॉट, दुकान और अन्य जमीन भी खरीदी गई।

जहां मेरठ पुलिस ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी कि तीनों भाई, पिता पीरू बंजारा और परिवार के किस किस सदस्य के नाम से क्या क्या संपत्ति खरीदी। अभी तक मेरठ में 52 करोड़ रुपए की संपत्ति की पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है। जिसे जल्द ही जब्त/ कुर्क किया जाएगा।

डी- 142 गैंग

  • 1. शमीम बंजारा (गैंग लीडर) पुत्र पीरू बंजारा निवासी फलावदा जिला मेरठ।
  • 2. मोहम्मद बाबू खां पुत्र हुसैनी निवासी फलावदा जिला मेरठ।
  • 3. इकबाल पुत्र हाजी सईद गांव संभलहेड़ी थाना मीरापुर जिला मुजफ्फरनगर।
  • 4. रंजीत छीपी पुत्र दर्शनलाल निवासी मलिया खुर्द सलेम नकोदर, जालंधर पंजाब।