मेरठ के IIMT विश्विवद्यालय व शोभित विवि में इस सत्र से एनसीसी की पढ़ाई शुरू होगी। दोनों विवि में एनसीसी को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया है। तीन वर्षीय कोर्स करने वाले छात्रों को प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। एनसीसी की पढ़ाई करने पर छात्रों को भारतीय सेना में प्राथमिकता मिलेगी। नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रमों में हो रहे बदलावों में एनसीसी को शामिल किया जा रहा है।
वैकल्पिक पाठ्यक्रम के रूप में लागू
आईआईएमटी विश्वविद्यालय ने एनसीसी को वैकल्पिक पाठ्यक्रम के रूप में लागू किया है। एनसीसी का 3 वर्षीय कोर्स करने वाले छात्रों को सर्टिफिकेट प्रदान किया जायेगा। भारतीय सेना में जाने के इच्छुक छात्रों को एनसीसी का 3 वर्षीय कोर्स करने से सेना भर्ती के दौरान प्राथमिकता मिलेगी। वहीं अनेक सरकारी नौकरियों में भी एनसीसी का कोर्स किये हुए अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाती है। इसी प्रकार शोभित विवि में भी एनसीसी को वैकल्पिक पाठ्यक्रम के रूप में लागू किया गया है। यूजीसी ने प्रस्तावित सिलेबस जारी किया है जिस पर मुहर लग चुकी है।
नई शिक्षा नीति के तहत हो रहा बदलाव
12वीं और स्नातक में एनसीसी इलेक्टिव कोर्स शामिल करने की तैयारी हो गई है। एनसीसी हेडक्वार्टर ने सभी यूनिट को विवि व कॉलेजों से संपर्क के लिए भी कहा है। यूजीसी ने हाल में नई शिक्षा नीति के तहत एनसीसी को इलेक्टिव विषय के रूप में स्नातक स्तर पर शामिल किया है। इंटर में भी एनसीसी को स्थान मिला है। मेरठ में एनसीसी की 70 यूपी बटालियन के साथ विवि की ऑनलाइन बैठक हो चुकी है।
सेना को मिलेंगे अच्छे जवान
कॉलेजों में जब एनसीसी की पढ़ाई होगी तो अच्छे कैडेट्स आएंगे और सेना को और अच्छे जवान मिलेंगे। छात्रों को स्नातक अंतिम वर्ष में एनसीसी के अंक मिलेंगे। अब तक छात्र-छात्राएं एनसीसी को एक्स्ट्रा कैरिकुलर एक्टिविटी के रूप में लेते थे लेकिन अब वो एनसीसी को पढ़ेंगे। एनसीसी निदेशालय ने फिलहाल 24 क्रेडिट कोर्स तैयार किए हैं। इस कोर्स के पहले से छठवें सेमेस्टर तक एक थ्योरी और एक प्रयोगात्मक विषय होगा। तीसरे और पांचवें सेमेस्टर में पांच-पांच कैंप जोड़े गए हैं।
इन विषयों को जानेंगे छात्र
एनसीसी को इलेक्टिव कोर्स के रूप में लेने वाले छात्रों को 14 सामान्य टॉपिक पढ़ाए जाएंगे। इसमें एनसीसी का परिचय, हथियारों की जानकारी, पर्सनैलिटी डेवलपमेंट, प्राथमिक चिकित्सा, पर्यावरण संरक्षण, रक्तदान, आर्मी, नेवी, एयरफोर्स, मैप रीडिंग, हथियारों का रखरखाव, संचालन, परेड आदि पढा़या जाएगा।
उत्तर प्रदेश के विवि व कॉलेजों में एनसीसी को इलेक्टिव विषय के रूप में लागू करने के लिए पांच सदस्यीय समिति बनी है। इसमें मेरठ सीसीएसयू के सांख्यिकी विभाग के प्रो. हरे कृष्ण, केएमजी पीजी कॉलेज बादलपुर के डॉ. दिनेश शर्मा कोर्डिनेटर बने हैं।
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