सम्पूर्ण समाधान दिवस से बिना सूचना गायब आठ अधिकारियों के खिलाफ शोकाल नोटिस दी गयी। शनिवार को तहसील सभागार में आयोजित तहसील दिवस अपरजिलाधिकारी शिवप्रताप शुक्ल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुयी। एडीएम का तेवर देख कर्मचारियों में दहशत का माहौल रहा। इस दौरान 43फरियादी शिकायत पत्र लेकर पहुंचे, दस शिकायती पत्रों का मौके पर निस्तारण किया गया। राजस्व विभाग से सम्बंधित पक्की पैमाइस में सुविधाशुल्क मांगने के आरोप में राजस्वनिरिक्षक प्रमोद कुमार यादव व विजयकांत पाण्डेय को तलब किया गया।
बृद्धा, विधवा, विकलांग आदि पेंशनर की शिकायत पर समाज कल्याण विभाग से कोई नही पहुंचा था। इस सम्बन्ध में एडीओ क्वापरेटिव को कड़ी फटकार लगाई गई।लगभग साढ़े ग्यारह बजे मण्डलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र तहसील पहुंचकर फरियादियों के मामलों में निस्तारण की जानकारी ली। सोनभद्र के लिए रवाना हो गए। रजौहां गांव निवासी नरेंद्र प्रसाद शर्मा भूमि की पैमाइश लिए एक वर्षों से तहसील का चक्कर काट रहा है।
सिरसी गांव के शंकर प्रसाद का खतौनी में नाम गलत अंकित हो गया था जिसका संशोधन तत्काल कराने के लिए रजिस्ट्रारकानूनगो को निर्देशित किया गया। एडीएम शिव प्रताप शुक्ला के अलावा तहसीलदार नूपुर सिंह, एडिशनल एसपी महेश कुमार अत्री, खंड विकास अधिकारी अजय कुमार तिवारी, इंस्पेक्टर शैलेश कुमार राय, आपूर्ति निरीक्षक विनोद कुमार तिवारी आदि लोग उपस्थित रहे।
आठ अनुपस्थित अधिकारियों को शोकॉज नोटिस जारी
तहसील दिवस में अनुपस्थित रहने वाले आठ अधिकारियों को नोटिस जारी कर 3 दिन के भीतर जवाब मांगा है।
उनमें मुख्य रूप से प्रभारी निरीक्षक अहरौरा, खंड विकास अधिकारी पटेहरा, एडीओ पंचायत राजगढ़, एडीओ समाज कल्याण राजगढ़, एडीओ सहकारी समिति पटेहरा, चिकित्सा प्रभारी मड़िहान, क्षेत्रीय वन अधिकारी सुकृत, सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग के गायब रहने से संबंधित मामले निस्तारण नही हो पाए। एडीएम द्वारा बताया गया कि शोकाल नोटिस के बाद स्पष्टीकरण का जबाब संतोषजनक न पाए जाने पर विभागीय कार्रवाई की जा सकती है।
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