तेज तर्रार IAS अफसरों में शुमार मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने चुनावों में प्रशासनिक तैयारियों के मुद्दे पर दैनिक भास्कर से खास बातचीत की है। उन्होंने कहा कि चुनावों को किसी भी तरह से प्रभावित कर सकने वाले तत्वों को विजिलेंस टीमें ट्रेस कर रही हैं। ऐसे लोगों ने यदि चुनावों में किसी भी तरह से खलल डालने की कोशिश की तो उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि चुनाव को लेकर पूरे मंडल में प्रशासनिक तैयारियां चाक चौबंद हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपलोड होने वाले सभी कंटेंट पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके लिए जिलों से लेकर मंडल स्तर तक टीमों का गठन किया गया है। कमिश्नर ने सख्ती से कहा कि चुनावों में किसी भी सूरत में धनबल या बाहूबल का इस्तेमाल नहीं होने दिया जाएगा। चुनाव आयोग की गाइडलाइंस का 100 फीसदी सख्ती से पालन कराने के निर्देश जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों को दिए गए हैं।
UK बॉर्डर सील कर की जा रही निगरानी
मंडलायुक्त ने कहा कि उत्तराखंड बॉर्डर काे सील करके निगरानी की जा रही है। बॉर्डर पर चेक पोस्ट बनाने के साथ ही मोबाइल टीमों का भी इन इलाकों में तैनात किया गया है। बॉर्डर पर निगरानी के लिए विजिलेंस टीमें भी लगाई गई हैं। ताकि चनावों में इस्तेमाल होने के लिए किसी भी तरह से शराब या पैसे का आदान प्रदान न हो सके। बता दें कि मुरादाबाद मंडल में बिजनौर, मुरादाबाद और रामपुर जिलों की सीमाएं उत्तराखंड से होती हैं।
सोशल मीडिया के हर कंटेट पर है नजर
कमिश्नर ने बताया कि डिजिटल प्लेटफार्म पर अपलोड हो रहे सभी कंटेंट पर नजर रखी जा रही है। मंडल के कुछ हिस्से सांप्रदायिक नजरिए से भी संवेदनशील हैं। इसलिए टीमों को इस नजरिए से भी कड़ी निगाह रखने के निर्देश दिए गए हैं। व्यवस्था पूरी तरह चाक चौबंद है। सिस्टम इस तरह बनाया गया है कि कोई भी आपत्तिजनक चीज डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आने के तुरंत बाद उसे रोका जा सकता है।
इसके साथ ही उसे अपलोड करने वाले को ट्रेस करके त्वरित कार्रवाई के लिए भी अलग से टीमें बना दी गई हैंं। कमिश्नर ने कहा कि चुनावों में किसी भी प्रकार से खलल डालने की कोशिश किसी ने तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
बॉर्डर एरिया में इंटेलीजेंस टीमें एक्टिव
कमिश्नर ने बताया कि उत्तराखंड में भी दूसरे चरण में मतदान होने की वजह से बॉर्डर को प्रभावी ढंग से सील करने में सहूलियत हुई है। बॉर्डर पर जहां भी जरूरत है, वहां बैरियर और चेक पोस्ट बनाए गए हैं। स्टेटिक टीमों के साथ ही मोबाइल टीमें और इंटेलीजेंस टीमें भी यहां सक्रिय हैं। इलेक्शन को प्रभावित करने वाले तत्वों को ट्रेस करने के लिए इंटेलीजेंस इनपुट का इस्तेमाल किया जा रहा है। चुनाव के लिए गठित की गई टीमों के अलावा थाना स्तर पर भी टीमें बनाकर खास तौर पर ऐसे तत्वों की पहचान की जा रही है।
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