मंगलवार को यूनियन बैंक में गोली चलने से घायल हुईं पांच छात्राएं जख्मी हालत में बुधवार शाम को बैंक पहुंच गईं। अपने परिजनों के साथ बैंक पहुंची छात्राओं का कहना था कि उन्हें बेहतर इलाज चाहिए। छात्राओं ने इसे लेकर हंगामा भी किया।
पैर में गोली लगने से जख्मी हुई छात्राओं का कहना था कि उन्हें गोली बैंक के गार्ड की बंदूक से लगी है। इसलिए उनका बेहतर इलाज कराने की जिदारी भी बैंक की ही है। मगर, बैंक उनके इलाज पर बिलकुल ध्यान नहीं दे रहा है। सभी को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराने के बाद प्रशासन ने भी पलटकर नहीं देखा। इससे आक्रोशित छात्राओं ने बुधवार को शाम करीब साढ़े चार बजे यूनियन बैंक पहुंचकर प्रदर्शन और नारेबाजी की।
गार्ड के हाथ से गिरी बंदूक से चली थी गोली
मुगलपुरा थाना क्षेत्र में गोकुलदास गर्ल्स पीजी कालेज के सामने स्थित यूनियन बैंक में यह घटना मंगलवार दोपहर करीब 12:30 बजे हुई थी। बैंक में वजीफा निकालने पहुंची छात्राओं की भीड़ थी। आस-पास के लोग भी अपने काम से बैंक में थे। बैंक का गार्ड राजकुमार ग्राहकों को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा था।
इसी बीच बैंक में दाखिल हुए ग्राहक का कंधा गार्ड से लगा। इस की वजह से बंदूक उसके हाथ से छूटकर गिर गई और ट्रिगर दब गया। गोली चलने से बैंक में खड़ी छात्राएं रूबी, राना, मीरा, ज्वाला और राखी और एक अन्य व्यक्ति पैर में गोली लगने से जख्मी हो गए थे।
आक्रोशित परिजनों ने की थी तोड़फोड़
घटना से गुस्साए परिजनों ने बैंक में तोड़फोड़ की थी। बैंक का दरवाजे का शीशा भी तोड़ दिया था। पुलिस ने किसी तरह भीड़ को शांत कराया था। घायल छात्राओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराने के बाद पुलिस ने गार्ड राजकुमार को हिरासत में ले लिया था। CCTV फुटेज चेक करने के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ एक्सीडेंटल फायरिंग का मामला छात्राओं की तहरीर पर दर्ज किया था। जिला अस्पताल से सभी घायलों को बुधवार दोपहर में डिस्चार्ज कर दिया गया।
अस्पताल से छुट्टी मिली, तो बैंक पहुंची छात्राएं
जिला अस्पताल में भर्ती पांचों छात्राओं को बुधवार दोपहर बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई। इसके बाद छात्राएं अपने घर पहुंचीं। शाम साढ़े चार बजे रूबी, राना समेत चार छात्राएं अपने परिजनों के साथ यूनियन बैंक पहुंच गईं। जख्मी छात्राओं को बैंक के गेट पर बिठाकर परिजनों ने बैंक से इलाज कराने की मांग की। परिजनों का कहना था कि उनकी बच्चियों को सरकारी इलाज नहीं, बल्कि किसी प्राइवेट अस्पताल का अच्छा इलाज मिलना चाहिए। बैंक पर छात्राओं और परिजनों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई।
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