मुजफ्फरनगर के खतौली में एक परिवार ढाई साल तक सांपों के साथ रहता रहा। उन्हें इस बात की जरा भी भनक नहीं लगी कि जिस घर में वे रह रहे हैं उसमें सांपों का बसेरा हो सकता है। सफाई हुई तो घर से एक के बाद एक कुल 60 सांप निकले, इसके अलावा 75 अंडे भी बरामद किए गए। ये सांप पानी में रहने वाले प्रजाति के बताए जा रहे हैं।
अचानक एक के बाद दिखने लगे सांप
अशोक विहार आवास विकास कालोनी में कढ़ली गांव निवासी रंजीत सिंह का मकान (ई-218) है। उन्होंने मकान को तकरीबन ढाई साल पहले नरेशपाल को किराए पर दिया था। तब से परिवार मकान में रह रहा था। नरेशपाल प्राइवेट कंपनी में नौेकरी करते हैं जबकि उनकी पत्नी संविदा पर एएनएम हैं। इस एक मंजिला मकान में कुल तीन कमरे हैं। 8 मई को नरेशपाल की पत्नी ने वाशिंग मशीन के पास सांप को घूमते देखा तो उनके होश उड़ गए। इसके बाद आए दिन कोई न कोई सांप दिख जाता था। इससे परिवार सहम गया और इसकी जानकारी मकान मालिक को दी।
10 दिन पहले खाली किया मकान, आज हो रही थी सफाई
लगातार मिल रहे सांपों के कारण नरेशपाल ने मकान खाली कर दिया। इसके बाद मकान मालिक रंजीत सिंह मकान की सफाई करवाने पहुंच गए। शौचालय से सफाई शुरू होते ही सांपों के मिलने का सिलसिला शुरू हो गया। श्रमिकों से स्नानघर और शौचालय के फर्श को उखड़वाया तो नीचे काफी संख्या में सांप मिले। इस तरह एक-एक करके कुल 60 सांप पाए गए, इसके अलावा 75 अंडे भी बरामद किए गए। सपेरे को बुलाकर सांपों को पकड़वाया गया। हालांकि सांप ज्यादा बड़े नहीं थे, ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि सांप छह महीने के हैं।
दहशत में कालोनी के लोग, कहा-गंदगी से आए सांप
घर में सर्पलोक को देखकर कालोनीवासी सहम गए हैं। उन्हें अपने घरों में भी सांप के होने का अंदेशा है। खतौली की अशोक विहार कालोनी समिति के अध्यक्ष सुधीश पुंडीर, चंद्रकांत, अवनीश कुमार, राहुल, संजय चौहान, राकेश शर्मा, देशराज व संदीप आदि का कहना है कि उप्र आवास विकास परिषद के अधिकारी कालोनी में साफ-सफाई और जल निकासी की व्यवस्था पर ध्यान नहीं देते हैं। अवर अभियंता से कई बार शिकायत की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। गंदगी के कारण घर में सांप घुसे और उनसे प्रजनन से घर में सांपों की संख्या बढ़ती चली गई। उन्होंने कालोनी में साफ-सफाई और जल निकासी की व्यवस्था करवाने की मांग की है।
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